शदीद समुंद्री तूफ़ान हुदहुद रियासत के साहिल से 610 किलो मीटर के फ़ासले पर है, हुकूमत ओडिसा ने आज बचाओ टीमें मख़दूश मुक़ामात पर तैनात करदी हैं और ज़िला कलैक्टरस को हिदायत दी है कि अवाम के तख़लिया का काम कबायली ग़ालिब आबादी वाले इलाक़ा ज़िला मलिकान गुड़ से शुरू कर दिया जाये।
ख़ुसूसी रीलीफ़ कमिशनर पी के महापतरा ने अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि कमअज़ कम 25 टीमें जिन में से 15 एन डी आर एफ़ और 10 ओ डी आर एफ़ की हैं,मख़दूश मुक़ामात पर तैनात करदी गई हैं। समुंद्री तूफ़ान और ज़बरदस्त बारिश पर गहिरी नज़र रखी जा रही है। इस बार मलिकान गेरी तवज्जे का मर्कज़ है।
महापतरा ने कहा कि इमकान है कि मज़ीद शदीद समुंद्री तूफ़ान ज़िला से गुज़रेगा। इस से ग़ैर मुनक़सिम ज़िला कोरापुट में जो कोरापुट, मलिकान गेरी और राया गढ़ा पर मुश्तमिल है, बहुत ज़्यादा बारिश होगी। दीगर अज़ला जो समुंद्री तूफ़ान से मुतास्सिर होंगे,कोरापुट, मलिकान गेरी, राया गढ़ा, कंधा मिल, कालाहांडी, नया गढ़, गजपति और गंजाम हैं।
महापतरा ने कहा कि तमाम अज़ला को सैटेलाईट फ़ोन फ़राहम किए गए हैं ताकि हंगामी हालात की सूरत में इस्तेमाल किए जा सकेंगे और दरियाओं जैसे बनसा धारा, रूसी कुल्लिया और नागा बाली पर गहिरी नज़र रखी जा रही है क्योंकि जुनूबी अज़ला में ज़बरदस्त बारिश मुतवक़्क़े है।
उन्होंने कहा कि हम ने तमाम कलैक्टरस को हिदायत दे दी है कि कोई भी शख़्स उन के कच्चे मकानों में ज़िला मलिकान गढ़ में मुक़ीम ना रहने पाए। कच्चे मकानों में मुक़ीम तमाम अफ़राद का महफ़ूज़ मुक़ाम पर मुंतक़िल किया जाना ज़रूरी है। महापतरा ने मज़ीद कहा कि ऐसा रियासत में हलाकतों को रोकने के मक़सद से किया जा रहा है।
एस आर सी से भी ख़ाहिश की गई है कि मुफ़्त पकवान किया जाये। जहां भी हुकूमत तख़लिया की मुहिम शुरू करे वहां पक्की हुई ग़िज़ा तख़लिया करने वाले अवाम को फ़राहम की जाएं। अज़ला को हिदायत दी गई है कि काफ़ी मिक़दार में ख़ुशक ग़िज़ा का ज़ख़ीरा किया जाये। दरीं असना ताज़ৃ तरीन ख़बरनामा आई एम डी की जानिब से जारी कर दिया गया है जिस के बमूजब शदीद समुंद्री तूफ़ान बेशतर वसती और मतसला मशरिक़ी वसती ख़लीज बंगाल के पास शुमाल मग़रिब की सिम्त पेशरफ़त कररहा है।
हिन्दुस्तानी मयारी वक़्त के मुताबिक़ 10 अक्टूबर 2014 को 5.30 बजे सुबह 12.4 दर्जा शुमाली अर्ज़ बलद और 87.6मशरिक़ी तूल बलद पर मर्कूज़ था। मग़रिबी वसती और मतसला मशरिक़ी वसती ख़लीजबंगाल के पास 610 केलो मीटर जुनूब से जुनूब मग़रिब में गोपाल पर से फ़ासिले पर क़ायम था।
ये तूफ़ान इमकान है कि मग़रिब । शुमाल मग़रिब की सिम्त पेशरफ़त करेगा और शिद्दत पाकर इंतेहाई शदीद समुंद्री तूफ़ान में आइन्दा 12 घंटों के अंदर तबदील होजाएगा। बादअज़ां ये शुमाली आंध्र प्रदेश के साहिल को विशाखापटनम के क़रीब पार करेगा और 12 सितम्बर 2014 की दोपहर को विशाखापटनम के क़रीब से गुज़रेगा।
परादीप और गोपाल पर की बंदरगाहें ओडिसा में मुक़ामी इंतेबाही सिगनल नंबर 3 आवेज़ां करेंगी क्योंकि शदीद समुंद्री तूफ़ान ओडिसा । आंध्र के साहिल के क़रीब पहूंच जाएगा।