नई दिल्ली, २२ सितंबर ( पी टी आई) कांग्रेस ने आज कहाकि उसे तृणमूल कांग्रेस की यू पी ए हुकूमत की ताईद ( समर्थन) से दसतबरदारी ( हट जाने ) पर कोई अंदेशा नहीं है। कांग्रेस के तर्जुमान जनार्धन द्विवेदी ने जो पार्टी की जनरल सेक्रेटरी भी हैं, कहा कि ये उन की ख़ाहिश है।
अख़बारी नुमाइंदों ने इन से सवाल किया था कि अब तृणमूल कांग्रेस के बारे में बरसर-ए-इक़तिदार ( शासित) पार्टी का क्या एहसास है। तृणमूल कांग्रेस यू पी ए में शामिल दूसरी सब से बड़ी हलीफ़ पार्टी थी। मर्कज़ी वज़ीर-ए-ममलकत ( राज्य मंत्री) बराए पारलीमानी उमूर (Minister of State for Parliamentary Affairs ) राजीव शुक्ला ने भी किसी किस्म के एहसासात ज़ाहिर करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस के यू पी ए हुकूमत में तर्क-ए-ताल्लुक़ की वजह से हुकूमत को कोई ख़तरा नहीं है।
लोक सभा में तृणमूल कांग्रेस के 19 अरकान ( सदस्य) हैं। अपोज़ीशन ( विपक्ष) की जानिब से एफडी आई के मसला ( समस्या) पर ख़ुसूसी इजलास के इनइक़ाद का मुतालिबा करने पर इन का रद्द-ए-अमल दरयाफ्त करने पर उन्होंने कहा कि हुकूमत के पास इतमीनान बख्श अक्सरीयत ( बहुसंख्यक) मौजूद है।
उन्होंने कहा कि रीटेल शोबा ( Sector) में ग़ैरमुल्की रास्त सरमाया कारी काश्तकारों और सारिफ़ीन दोनों की कामयाबी है। दरीं असना कांग्रेस के आला सतही ओहदेदारों बिशमोल ( जिसमें) वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह और सदर कांग्रेस सोनीया गांधी आज शाम इजलास मुनाक़िद हुआ, जिस में पार्टी के आइन्दा लायेहा-ए-अमल पर ग़ौर किया गया।
कांग्रेस के कवर ग्रुप के इस इजलास की तफ़सीलात का हनूज़ ( अभी तक) इल्म नहीं हो सका। ताहम ( यद्वपि) हुकूमत के मुंतज़मीन को एतिमाद है कि ममता बनर्जी के हुकूमत की ताईद ( समर्थन) से दसतबरदारी इख़तियार करने का ( समर्थन न देने पर) कोई मनफ़ी (काम न होना ) असर मुरत्तिब नहीं होगा।