तृणमूल कांग्रेस समाजवादी पार्टी से क़ुरबत की वजह नहीं

क़नोच में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार के ख़िलाफ़ मुक़ाबला ना करने का फैसला करने के एक दिन बाद कांग्रेस ने आज उन इत्तेलाआत ( खबरों) को मुस्तर्द ( रद्द) कर दिया कि समाजवादी पार्टी से क़ुरबत ( नज़्दीकीपन)में इज़ाफ़ा मुतलव्विन मिज़ाज ( बहरूपिया मिज़ाज़) हलीफ़ ( दोस्त) पार्टियों जैसे तृणमूल कांग्रेस की वजह से है।

कल हिंद कांग्रेस कमेटी के इजलास ( सभा/ Meeting)) की अख़बारी नुमाइंदों (पत्रकारों) को तफ़सीलात से वाक़िफ़ करवाते हुए कांग्रेस तर्जुमान (प्रवक़्ता) राशिद अलवी ने कहा कि कांग्रेस को अपने हलीफ़ों ( दोस्तों) पर मुकम्मल भरोसा है और उन्हें हम पर भरोसा है ।

गलतफहमियों की कोई गुंजाइश नहीं है। समाजवादी पार्टी के ख़िलाफ़ कन्नौज में अपना उम्मीदवार खड़ा ना करने के फैसला के बारे में सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ये एक बे बुनियाद दलील है कि हलीफ़ पार्टियां कांग्रेस के लिए मुश्किलात पैदा कर रही हैं इस लिए पार्टी ने कन्नौज में अपना उम्मीदवार नहीं ठहराया ताकि समाजवादी पार्टी से क़ुरबत ( नज़दिकी) पैदा की जा सके।

एन सी पी के सदर शरद पवार की राम देव से मुलाक़ात के बारे में सवाल पर उन्होंने कहा कि इस मुलाक़ात में कोई ग़लती नहीं है क्योंकि ये करप्शन के मसला पर हुई थी। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के क़ाइद मुकुल राय के इस बयान पर कि तृणमूल कांग्रेस ने मग़रिबी ( पश्चिमी) बंगाल में अपने बलबूते पर हुकूमत करने की काफ़ी ताक़त हासिल कर ली है ।

रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए इसकी अहमियत कम करने की कोशिश की और कहा कि ऐसे ब्यानात की कोई अहमियत नहीं है क्योंकि कांग्रेस को हलीफ़ पार्टियों पर मुकम्मल एतिमाद (भरोसा/ यकीन) है। राशिद अलवी ने बी जे पी पर सख़्त तन्क़ीद की जिस ने वज़ीर-ए-आज़म ( मुख्य मंत्री) मनमोहन सिंह और सदर कांग्रेस सोनिया गांधी पर तन्क़ीदें की हैं।

और कहा कि ये इंतिहाई बद बख्ताना बात है कि बी जे पी के तर्जुमान (प्रवक़्ता) ने सदर कांग्रेस के बारे में इसी ज़बान इस्तेमाल की है और कहा है कि सोनिया गांधी ने अपना होमवर्क ठीक तौर पर नहीं किया है।