रेप केस में फंसे तरुण तेजपाल को गिरफ्तारी के बाद गोवा के सरकारी मेडिकल कॉलेज में तिब्बी मुआयना (मेडिकल चेकअप) के लिए ले जाया गया है। मेडिकल चेकअप के बाद वह आगासिन के पुलिस बैरक में रहेंगे। इतवार की सुबह तेजपाल को हॉलिडे कोर्ट में पेश किया जाएगा। गौरतलब है कि पुलिस ने तेजपाल के खिलाफ रेप की एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में तेजपाल को मुजरिम ठहराया गया तो उन्हें कम से कम 10 साल और ज़्यादा से ज़्यादा उम्र कैद हो सकती है।
गोवा के डिस्ट्रिक्ट ऐंड सेशन कोर्ट की तरफ से जमानत की अर्जी खारिज किए जाने के बाद तहलका के साबिक एडीटर को अपनी जूनियर कॉलीग से जिंसी इस्तेहसाल के इल्ज़ाम में हफ्ते की रात करीब 9 बजे गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट ने तेजपाल को हिरासत में पूछताछ के दौरान दिन में एक बार अपने वकील की मदद लेने की इजाजत दे दी है। साथ ही वह रोज घर का बना खाना खा सकते हैं। उन्हें घर से आए कपड़े पहनने और बिस्तर इस्तेमाल करने की भी इजाजत होगी।
इससे पहले हफ्ते के रोज़ तरुण तेजपाल की तमाम दलीलों को जज अनुजा प्रभुदेसाई की अदालत ने खारिज कर दिया। गौरतलब है कि तेजपाल ने कहा था कि वह हर शर्त मानने के लिए तैयार हैं इसलिए उन्हें जेल भेजने की जरूरत नहीं है। वहीं, सरकारी फरीक की दलील थी कि तेजपाल गिरगिट की तरह रंग बदल रहे हैं इसलिए उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। वह विक्टिम के ऊपर दबाव बना सकते हैं।
बचाव फरीक़ के वकील ने दलील देते हुए तेजपाल की गिरफ्तारी को गैरजरूरी बताया था। उन्होंने कहा कि इस मामले में तेजपाल की गिरफ्तारी आखिरी आप्शन ही होना चाहिए। वकील ने कहा कि तेजपाल इस मामले में पुलिस की पूरी मदद कर रहे हैं। वह जांच में मदद के लिए गोवा आने को भी तैयार हैं। तेजपाल अपना मोबाइल नंबर दे देंगे और मुंबई (मुतास्सिरा वहीं रहती हैं) नहीं जाएंगे। हालांकि, कोर्ट ने तेजपाल की तमाम दलीलें खारिज कर दीं।
प्रॉसिक्यूशन के वकील ने तेजपाल पर लगे इल्ज़ामात को संगीन जुर्म बताते हुए तेजपाल को 14 दिन की कस्टडी में देने की मांग की थी। वकील ने कहा कि तेजपाल मुसलसल अपना बयान बदल रहे हैं, जबकि विक्टिम अपने बयान पर कायम है। उसका पहला और आखिरी बयान एक जैसा है। यही नहीं लिफ्ट के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज से भी उसके बयान की तस्दीक होती है।
गौरतलब है तरुण तेजपाल पर जिंसी इस्तेहसाल (Sexual harassment) का इल्ज़ाम है। गोवा में उन पर रेप का केस दर्ज किया गया है। गैर जमानती वॉरंट जारी होने के बाद गोवा पुलिस ने दिल्ली में उनके घर पर छापा मारा था। घर पर न मिलने के बाद रिश्तेदारों के घर पर भी छापे मारे गए थे। पुलिस के दवाब और गोवा कोर्ट से गिरफ्तारी पर आबूरी राहत के बाद तेजपाल पहली बार सामने आए थे।