मुंबई हाईकोर्ट ने आज तहलका के बानी ऐडीटर तरूण तेज पाल की दरख़ास्त ज़मानत की समाअत फ़िल्मबंदी के साथ शुरू करदी । उन पर एक स्टार होटल की लिफ़्ट में अपनी ख़ातून साथी पर जिन्सी हमला करने का इल्ज़ाम है।
जस्टिस यू वे बाकरे पर मुश्तमिल वाहिद रुकनी बेंच ने मुक़द्दमे की समाअत की । फ़िल्मबंदी से इत्तेफ़ाक़ कर लिया जबकि इस्तिग़ासा और दिफ़ा के विकली-ए-ने मुत्तफ़िक़ा तौर पर उसकी तहरीरी राय दी।
अदालत ने समाअत का आग़ाज़ 10 बजे दिन किया। 50 साला सहाफ़ी एक जूनियर ख़ातून साथी की इस्मत रेज़ि के जुर्म में ज़ेर-ए-हिरासत है और इस ने दरख़ास्त ज़मानत पेश की है।