तेलंगाना अरकान की मुअत्तली , साबिक़ में ऐसी नज़ीर नहीं मिलती : सी पी एम

लोक सभा में तेलंगाना के 8 कांग्रेस अरकान की मुअत्तली को ग़ैर मुतवक़्क़े क़रार देते हुए सी पी आई एम ने अलहैदा रियासत के मसला पर तात्तुल के लिए हुक्मराँ जमात को मौरिद इल्ज़ाम क़रार दिया था। सी पी आई एम के सीनीयर लीडर बासू देव आचार्य ने कहा कि 1988 में 50 से 55 अपोज़ीशन अरकान मुअत्तल किए गए थे। इनमें वो अरकान भी शामिल थे जो ऐवान में मौजूद नहीं थे, लेकिन ये पहली मर्तबा हैकि हुक्मराँ जमात के अरकान को ख़ुद हुक्मराँ पार्टी मुअत्तल कर रही है।

उन्होंने अपने तवील सयासी कैरीयर में कभी ऐसा नहीं देखा और ये इंतिहाई ग़ैर मुतवक़्क़े इक़्दाम है। तेलंगाना के मसला पर मायूसी के लिए कांग्रेस को ज़िम्मेदार क़रार देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी रफ़ीक़ सीताराम येचोरी ने वाज़िह कर दिया है कि इस बारे में कोई भी फ़ैसला कांग्रेस ही को करना होगा क्योंकि मर्कज़ और आंधरा प्रदेश दोनों जगह वही इक़्तेदार में है।

तमाम बड़ी जमातों ने इस मसला पर हुकूमत को अपनी राय पेश कर दी है। इसके बावजूद मर्कज़ फ़ैसला से गुरेज़ कर रहा है। सीताराम येचोरी ने कहा कि मर्कज़ के इस इक़्दाम की वजह से तेलंगाना इलाक़ा को काफ़ी नुक़्सान पहुंचा और अवाम में शदीद मायूसी-ओ-बेचैनी की कैफ़ीयत पाई जाती है।