कांग्रेस के सीनीयर रुक्न (सदस्य) असेंबली-ओ-साबिक़ वज़ीर दामोधर रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना के अवाम का भरोसा कांग्रेस पार्टी पर से ख़त्म हो रहा है, लिहाज़ा कांग्रेस हाईकमान को चाहीए कि फ़ौरी अलहदा तेलंगाना रियासत का ऐलान करे।
उन्हों ने वज़ारत पर पाँच साल तक बरक़रार रहने वाले वुज़रा को मश्वरा दिया कि वो रज़ाकाराना तौर पर वज़ारत से मुस्ताफ़ी होकर पार्टी के इस्तिहकाम के लिए काम करें और दूसरों को वोज़ारत में शामिल होने का मौक़ा फ़राहम करें।
आज सी एलपी ऑफ़िस असेंबली में मीडीया से बातचीत करते हुए उन्हों ने कहा कि हम कांग्रेसियों को हाईकमान सोनीया गांधी पर मुकम्मल भरोसा है कि वो 2014-तक अलहदा तेलंगाना रियासत ज़रूर तशकील देंगी, ताहम(फिर भी ) तेलंगाना के अवाम को कांग्रेस पर भरोसा नहीं है।
परकाल असेंबली हलक़ा में कांग्रेस की ज़मानत ज़बत होना और क़ब्ल अज़ीं मुनाक़िदा ज़िमनी इंतिख़ाबात (उप चुनाव)में पार्टी की नाकामी इस बात का सबूत हैं। उन्हों ने मर्कज़ी वज़ीर वीलार रवी की जानिब से पर काल में तेलंगाना जज़बा ना होने और वाई ऐस आर कांग्रेस के दूसरे नंबर पर होने के रिमार्कस पर ताज्जुब का इज़हार किया
और कहा कि मिस्टर वीलार रवी को कांग्रेस के वक़ार की फ़िक्र होनी चाहीए, अहल(योग्य)पार्टीयां कौनसा मुक़ाम हासिल कर रही हैं, इस पर ग़ौर करना उन के लिए ज़रूरी नहीं है। उन्हों ने कहा कि इलाक़ा तेलंगाना का जायज़ा लेना वक़्त कातक़ाज़ा है,
अगर पर काल के ज़िमनी इंतिख़ाब को नज़ीर बनाई जा रही है तो तेलंगाना में ऐसी भी मिसालें मौजूद हैं कि तेलंगाना के नाम पर 60 हज़ारता तक़रीबन एक लाख कीअक्सरीयत से भी उम्मीदवार कामयाब हुए हैं,
लेकिन वीलार रवी और अहल(योग्य)क़ाइदीन तेलंगाना जज़बा की शिद्दत को महसूस नहीं कर सके। उन्हों ने कहा कि तेलंगाना कांग्रेस क़ाइदीन चीफ़ मिनिस्टर का ओहदा नहीं चाहते, बल्कि अलहदा तेलंगाना चाहते हैं।
अगर हाईकमान इलाक़ा तेलंगाना को चीफ़ मिनिस्टर का ओहदा देते हुए 2014-ए-तक अलहदा तेलंगाना रियासत तशकील देने का फ़ैसला करती है तो इस पर हमें कोई एतराज़ नहीं है।