हैदराबाद 23 जुलाई:चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव ने तेलंगाना की तरक़्क़ी में आंध्रई हुकूमत की रुकावटों पर शदीद ब्रहमी का इज़हार किया और कहा कि अगर उन्हें शख़्सी तौर पर बुरा भला कहा जाये तो वो बर्दाश्त करलींगे लेकिन तेलंगाना रियासत पर तन्क़ीद की गई या तेलंगाना अवाम की तौहीन को हरगिज़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हैदराबाद में मुमताज़ तेलुगु शायर दासरथी कर शुण्मा चारया की जयंती तक़ारीब से ख़िताब करते हुए चीफ़ मिनिस्टर इंतेहाई जज़बाती होगए। उन्होंने कहा कि तेलंगाना अवाम और उनकी इज़्ज़त नफ़स को ठेस पहुंचाने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अगर कोई मुझे बुरा भला कहता है तो में बर्दाश्त करलूंगा लेकिन तेलंगाना तौहीन हरगिज़ क़बूल नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि तेलंगाना रियासत के क़ियाम को एक साल मुकम्मिल होचुका है लेकिन अभी भी बाज़ अफ़राद की ज़हनीयत तबदील नहीं हुई और वो तेलंगाना के क़ियाम परसाज़शो में शामिल हैं। के सी आर ने कहा कि कई बार अपील की गई कि हमें हमारी ज़िंदगी जीने का मौक़ा दिया जाये लेकिन आंध्र प्रदेश के चीफ़ मिनिस्टर चंद्रबाबू नायडू ग़ैर ज़रूरी और बे मौक़ा बातें कर रहे हैं।
उन्होंने इल्ज़ाम आइद किया कि चंद्रबाबू नायडू तेलंगाना के उमूर में मुसलसिल मदाख़िलत कर रहे हैं और इस के तरक़्क़ीयाती मंसूबों में हाइल होने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कई मुआमलात में सब्र और बर्दाश्त के बावजूद चंद्रबाबू नायडू वक़फे वक़फे से कुछ ना कुछ बयानबाज़ी और तेलंगाना के किसी काम में रुकावट पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले शायर, अदीबों और फ़नकारों से अपील की के वो अपने कलाम के ज़रीये मुख़ालिफ़ तेलंगाना सरगर्मीयों का जवाब दें। के सी आर ने कहा कि अगर दासरथी ज़िंदा होते तो आज तेलंगाना की सूरत-ए-हाल ये ना होती।
उन्होंने कहा कि बाज़ मुख़ालिफ़ तेलंगाना अख़बारात भी अपनी रिपोर्टस और ख़बरों के ज़रीये तेलंगाना के ख़िलाफ़ मुहिम चला रहे हैं। उन्होंने चंद्रबाबू नायडू के इस बयान पर सख़्त ब्रहमी का इज़हार किया कि एन टी रामा राव के चीफ़ मिनिस्टर बनने के बाद हैदराबादी अवाम ने सुबह जल्द नींद से बेदार होना सीखा है।
इस से पहले हैदराबादी अवाम देर तक आराम करने के आदी थे। उन्होंने कहा कि दरअसल चंद्रबाबू नायडू कहना चाहते हैंके तेलंगाना समाज में इज़ाफ़ा तो हुआ लेकिन उनकी अक़ल में अभी कमी बाक़ी है। के सी आर ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू को तेलंगाना अवाम के बारे में कहने और उसकी तहज़ीब-ओ-रिवायात पर तबसरे का कोई हक़ नहीं है।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना रियासत के लिए हैदराबाद का दारुल हुकूमत होना अच्छी अलामत है। इस तक़रीब में स्पीकर असेंबली एस मधूसुदन चारी , वज़ीर-ए-दाख़िला एन नरसिम्हा रेड्डी और सी नारायण रेड्डी और दूसरों ने शिरकत की।