टी आर एस के फ़्लोर लीडर ई राजिंदर ने तेलंगाना बिल की पार्लियामेंट के दोनों ऐवानों में मंज़ूरी पर तेलंगाना अवाम को मुबारकबाद पेश की है। उन्होंने तेलंगाना तहरीक में हिस्सा लेने वाली जमातों, तंज़ीमों, सरकारी मुलाज़िमीन,तलबा, वुकला, ख़वातीन और अवाम का भी शुक्रिया अदा किया कि जिन की शमूलीयत के बगै़र तेलंगाना तहरीक की कामयाबी मुम्किन नहीं थी।
अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए ई राजिंदर ने कहा कि चन्द्र शेखर राव ने अलाहदा तेलंगाना के हुसूल के लिए अवाम में ना सिर्फ़ शऊर बेदार किया बल्कि रियासत के हुसूल तक अपनी जद्द-ओ-जहद को जारी रखते हुए दुनिया भर में एक मिसाल क़ायम की है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना तहरीक इस एतबार से भी दुनिया की एक मुनफ़रद तहरीक है जो इंतेहाई पुरअमन और जम्हूरी अंदाज़ में चलाई गई।
उन्होंने कहा कि नाइंसाफ़ीयों के ख़िलाफ़ शुरू की गई इस जद्द-ओ-जहद के ज़रीया मुल्क के दीगर हिस्सों के मज़लूम अवाम को भी एक नई राह दिखाई दे रही है। राजिंदर ने कहा कि मुल्क के चार वुज़राए आज़म ने अलाहदा तेलंगाना क़ियाम की ताईद की थी। उन्होंने कहा कि सीमा आंध्रा क़ाइदीन की साज़िशों के सबब तशकील तेलंगाना में ताख़ीर हुई है ताहम टी आर एस ने जद्द-ओ-जहद का रास्ता तर्क नहीं किया और आख़िर कार उसे कामयाबी हासिल हुई।
उन्होंने कहा कि नई रियासत तेलंगाना में अवाम से किए गए तमाम वादों की तकमील को अव्वलीन तर्जीह दी जाएगी और टी आर एस तेलंगाना रियासत की तामीर-ए-नौ में अहम रोल अदा करेगी। टी आर एस फ़्लोर लीडर ने कहा कि तेलंगाना में इस क़दर वसाइल मौजूद हैं कि उनके इस्तेमाल के ज़रीया रियासत को तरक़्क़ी याफ़ता रियासतों की फ़हरिस्त में शामिल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हैदराबाद फिर एक मर्तबा बैन-उल-अक़वामी तौर पर तरक़्क़ी याफ़ता शहर के तौर पर उभरेगा। राजिंदर ने कहा कि चंद्रशेखर राव इलाक़े की पसमांदगी के ख़ातमे और अवाम की हमा जहती तरक़्क़ी के सिलसिले में वाज़िह हिक्मत-ए-अमली रखते हैं।