हैदराबाद: तेलंगाना की आईएस ऑफिसर स्मिता सबरवाल ने ‘सेक्सिजम’ के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हुए आउटलुक मैगजीन को कानूनी नोटिस भेजी है। इस मैगजीन में स्मिता को लेकर ‘सेक्सिस्ट’ मैटर छपा था।
मैगजीन में हाल में ही ‘नो बोरिंग बाबू’ टाइटल से आर्टिकल छपा था। इस आर्टिकल में लिखा था, ‘सबरवाल हर बैठक में फैशन का खास खयाल रखती हैं। वह खूबसूरत साड़ी में आती हैं। उनका बैठक में आना आंखों को सुकून देने वाला होता है।’ यहां तक कि मैगजीन ने इस आर्टिकल में एक कार्टून का इस्तेमाल किया जिसमें सबरवाल रैंप पर वॉक कर रही हैं और तेलंगाना के वज़ीर ए आला के हाथ में कैमरा है।
इस लीगल नोटिस में सबरवाल ने कहा है कि यह आर्टिकल नाखुशगवार, ओछा और बदचलनी से भरा है। सबरवाल ने अपने वकील के जरिए नोटिस भेजा है। सबरवाल के वकील ने कहा, ‘वह कड़ी मेहनत करती हैं। उनमें काम के तईन वक्फ है। उनकी पहचान कामयाब पेशेवर के तौर पर है।
एक खातून ने खुद को साबित किया है। इनकी पहचान खुदसुपुर्दगी और लगन के सबब है। मैं मैगजीन से कहना चाहता हूं कि वह सबरवाल के प्रोफाइल को परखे और जाने तब ओछे किस्म के आर्टिकल के बारे में सोचे। आउटलुक का आर्टिकल बददिमाग और मजाहिया है।’
लीगल कदम उठाने के हक में दलील देते हुए सबरवाल ने कहा कि, ‘मैंने इसलिए यह फैसला किया क्योंकि यह मेरे पेशे के फख्र को नुकसान पहुंचाने वाला है। मैं पूरी तरह से दहशतज़दा हूं कि एक Mainstream की मैग्जीन इतनी गंदी हरकत कर सकती है।
अगर इस मामले मैं नहीं बोलती तो अपने प्रोफेशन के साथ इंसाफ नहीं करती।’ सबरवाल ने कहा कि मैं इस आर्टिकल के खिलाफ हतक इज़्ज़त का केस दायर करूंगी। उनसे पूछा गया कि क्या वह मैग्जीन की तरफ से माफी मांगने पर लीगल कदम से पीछे हटेंगी? उन्होंने कहा कि माफी का कोई मतलब नहीं है। मैं हतक इज़्ज़त का केस दायर करूंगी।