तेलंगाना-ओ-आंध्र प्रदेश में अइम्मा-ओ-मोज़नीन को एज़ाज़िया की अनक़रीब इजराई

हैदराबाद 16 दिसंबर: रियासती अक़लियती कमीशन ने कहा कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की हुकूमतों ने फ़ैसला किया हैके अइम्मा किराम‍‍-ओ‍-मोज़नीन को माहाना एज़ाज़िया अता किया जाये। अक़लियती कमीशन के चैरमैन आबिद रसूल ख़ां ने कहा के दोनों रियासतों की हुकूमतों ने इस स्कीम पर अनक़रीब अमल आवरी का एलान किया है।

तेलंगाना हुकूमत की तरफ से अइम्मा-ओ-मोज़नीन को माहाना एक हज़ार रुपये एज़ाज़िया दिया जाएगा उस के लिए 12 करोड़ रुपये का बजट मुख़तस किया गया है जिसके तहत 5 हज़ार दरख़ास्तों की यकसूई की जाएगी।

हुकूमत आंध्र प्रदेश ने भी अपनी रियासत के अइम्मा-ओ-मोज़नीन के लिए माहाना एज़ाज़िया 6 हज़ार और 5 हज़ार रुपये मुक़र्रर किया है। आबिद रसूल ख़ां के मुताबिक़ ज़िला अक़लियती बहबूद ऑफीसरस के पास दरख़ास्तें दाख़िल करने की आख़िरी तारीख़ 30 दिसंबर है। कमीशन ने इज़हार इतमीनान किया के दोनों रियासतों की हुकूमतों ने इस सिलसिले में दिलचस्पी ज़ाहिर की है। हुकूमत तेलंगाना से सिफ़ारिश की गई हैके वो भी आइन्दा मालीयाती साल से अइम्मा किराम और मोज़नीन के एज़ाज़िया में माहाना कम अज़ कम 5हज़ार का इज़ाफ़ा करे।

कमीशन ने दोनों रियासतों के अइम्मा किराम और मोज़नीन की समाजी और मआशी सूरत-ए-हाल का सर्वे करवाया है इस दौरान तक़रीबन 8000 मसाजिद से दरख़ास्तें वसूल की गई हैं।हुकूमत को तमाम अक़लियती तबक़ात जिन्हें बी सी ई के तहत तहफ़्फुज़ात फ़राहम किए गए हैं, उन्हें 4 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी को यक़ीनी बनाने की ज़रूरत है।