तेलंगाना कांग्रेस अरकान-ए-पार्लीमैंट ने सैक्योरिटी वापिस करदी

अवाम ही हमारे मुहाफ़िज़, झूटे मुक़द्दमात दर्ज करने पर ब्रहमी

हैदराबाद। 20अक्टूबर, ( सियासत न्यूज़ ) कांग्रेस के रुकन राज्य सभा डाक्टर के कीशोराव के बशमोल तेलंगाना की नुमाइंदगी करने वाले अरकाने पार्लीमान ने हुकूमत को अपनी सैक्योरिटी वापिस करदी।इस फ़ैसला से चीफ़ मिनिस्टर, वज़ीर-ए-दाख़िला और डी जी पी को वाक़िफ़ करवा दिया गया है।उन्हों ने कहा कि अवाम ही उन के मुहाफ़िज़ हैं। डी जी पी की जानिब से अवामी मुंख़बा नुमाइंदों की तौहीन और रेल रोको एहतिजाज के दौरान झूटे नाक़ाबिल ज़मानत मुक़द्दमात दर्ज करने पर कांग्रेस अरकान ने शदीद नाराज़गी का इज़हार क्या, इस के साथ साथ पुलिस ऑफीसरस एसोसी उष्ण के सदर चलपती राॶ के ख़िलाफ़ कार्रवाई पर ज़ोर दिया जिन्हों ने मुबय्यना तौर पर अवामी मुंख़बा नुमाइंदों के ख़िलाफ़ नाज़ेबा रिमार्कस कई।आज कांग्रेस के अरकान-ए-पार्लीमैंट का इजलास मुनाक़िद हुआ जिस के बाद मीडीया से बातचीत करते हुए कांग्रेस के रुकन पार्लीमैंट मिस्टर पूनम प्रभाकर ने कहा कि अवामी जज़बात का एहतिराम करते हुए हम तेलंगाना तहरीक से वाबस्ता हैं और रेल रोको एहतिजाज में भी हिस्सा ले चुके हैं। ताहम डी जी पी के बशमोल दूसरे आला पुलिस ओहदेदारों ने तहरीक और अवामी मुंख़बा नुमाइंदों के ख़िलाफ़ तौहीन आमेज़ रिमार्कस किए हैं।सदर पुलिस ऑफीसरस एसोसी उष्ण मिस्टर चलपती राव ने बंदूक़ रख देने के इलावा दूसरे रिमार्कस भी किए हैं, उन के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की हम तीन दिन क़बल रियास्ती वज़ीर-ए-दाख़िला मिसिज़ सबीता इंदिरा रेड्डी से नुमाइंदगी करचुके हैं लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई,इस लिए जो सैक्योरिटी हमें फ़राहम की गई है बतौर-ए-एहतजाज इस से दसतबरदारी इख़तियार करने का हम फ़ैसला करचुके हैं। इन अरकान ने बताया कि ये फ़ैसला करने से क़बल सदर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मिस्टर बी सत्य ना रावना से मुलाक़ात करते हुए डी जी पी के इलावा पुलिस ऑफीसरस एसवी उष्ण के सदर की जानिब से उन के ख़िलाफ़ किए गए रिमार्कस की शिकायत करचुके हैं और रेल रोको एहितजाजी प्रोग्राम में उन के ख़िलाफ़ जो झूटे मुक़द्दमात दर्ज किए गए हैं इस की भी शिकायत करचुके हैं। पुलिस ओहदेदारों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने का मुतालिबा करने के बावजूद चीफ़ मिनिस्टर ने भी कोई कार्रवाई नहीं की है। लिहाज़ा उन अरकान ने कहा कि हमें सैक्योरिटी की कोई ज़रूरत नहीं है, अवाम ही हमारे मुहाफ़िज़ हैं।