हैदराबाद 10 अप्रैल : तेलंगाना रियासती काबीना में आइन्दा हफ़्ते तक रद्द-ओ-बदल के क़वी इमकानात पाए जाते हैं। जब कि चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्र शेखर राव ने गवर्नर तेलंगाना-ओ-आंध्र प्रदेश ई एस एल नरसिम्हन से मुलाक़ात की और अपनी काबीना में रद्द-ओ-बदल करने के मसला पर तफ़सीली तबादला-ए-ख़्याल क्या। इस तरह चीफ़ मिनिस्टर की अचानक गवर्नर से मुलाक़ात की रोशनी में रियासती काबीना में रद्द-ओ-बदल के इमकानात को तक़वियत हासिल होती है। राज भवन के बावसूक़ ज़राए ने ये बात बताई और कहा कि चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्र शेखर राव ने पिछ्ले दिनों के दौरान ही अपनी काबीना में रद्द-ओ-बदल का अपने क़रीबी हलक़ों में इज़हार किया था लेकिन असेंबली सेशन वग़ैरा के पेशे नज़र उनके क़रीबी रफ़क़ा ने असेंबली सेशन के इख़तेताम तक काबीना में रद्द-ओ-बदल के मसले को टालने का मश्वरा दिया था जिस पर समझा जाता है कि के चन्द्रशेखर राव ने अपने मुसबित रद्द-ए-अमल का इज़हार किया था और इस मसले को ( काबीना में रद्द-ओ-बदल के मसला को ) आरिज़ी तौर पर मुल्तवी रखा था।
लेकिन अब जब कि रियासती क़ानूनसाज़ असेंबली के बजट सेशन का कामयाबी के साथ इख़तेताम अमल में आया। चीफ़ मिनिस्टर के क़रीबी ज़राए के मुताबिक़ बताया जाता है कि चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव ने दुसरे जमातों से हालिया अरसा के दौरान तेलंगाना राष़्ट्रा समीती में शामिल होने बाज़ अरकाने असेंबली को भी काबीना में किसी ना किसी तरह मौक़ा फ़राहम करने का यक़ीन दिलाया था।