तेलंगाना पोलटीकल जवाइंट एक्शण कमेटी के सदर नशीन प्रोफेसर कोदंदराम ने कहा कि अलाहिदा तेलंगाना की तहरीक तेलंगाना अवाम के जायज़ हुक़ूक़ के तहफ़्फ़ुज़ के लिए है जबकि सीमा आंध्र में जारी एहतेजाज महिज़ एक बनावटी एहतेजाज है।
अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए प्रोफेसर कोदंदराम ने कहा कि 60 बरसों से हर शोबे में तेलंगाना के साथ नाइंसाफ़ीयों का सिलसिला जारी है।
मुलाज़मतें हूँ या वसाइल की तक़सीम का मुआमला सीमा आंध्र के हुकमरानों ने तेलंगाना के साथ हमेशा जांबदारी का रवैय्या इख़तियार किया।
इन नाइंसाफ़ीयों से तंग आकर ही तेलंगाना अवाम ने अलाहिदा रियासत के क़ियाम की जद्द-ओ-जहद शुरू की। उन्होंने कहा कि तेलंगाना अवाम की जद्द-ओ-जहद नाइंसाफ़ीयों के ख़िलाफ़ और इंसाफ़ के हुसूल पर मबनी है।
उन्होंने यक़ीन ज़ाहिर किया कि बहुत जल्द तेलंगाना रियासत हक़ीक़त में तबदील होगी और सीमा आंध्र में जारी एहतेजाज का तेलंगाना रियासत की तशकील पर कोई असर नहीं पड़ेगा।