तेलंगाना का सहरा अपने सर बांधने पार्टीयों में मुसाबक़त

आंध्र प्रदेश की तक़सीम के बाद सीमांध्र में पार्टीयां एक दूसरे को तक़सीम का ज़िम्मेदार क़रार दे रही हैं तो दूसरी तरफ़ तेलंगाना में तशकीले तेलंगाना का सहरा अपने सर बांधने पार्टीयों में मुसाबक़त जारी है।

तेलंगाना राष़्ट्रा समीती जो पिछ्ले 14 बरसों से तेलंगाना के हुसूल की जद्द-ओ-जहद कररही थी उसकी क़ियादत ने नई रियासत की तशकील का सहरा अपने सर लेने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगा दिया है।

तेलंगाना में अवामी ताईद को देखते हुए चन्द्र शेखर राव‌ ने कांग्रेस या किसी और पार्टी से चुनाव मुफ़ाहमत से इनकार कर दिया। तेलंगाना में मज़बूत इलाक़ाई जमात के तौर पर उभरने के लिए चन्द्र शेखर राव‌ ने तेलंगाना की तमाम 119 असेंबली और 17 लोक सभा नशिस्तों पर मुक़ाबला का फ़ैसला किया है।

इन का मक़सद तेलंगाना में टी आर एस को एक मज़बूत सियासी क़ुव्वत के तौर पर उभारना और 2 जून को नई रियासत के क़ियाम के बाद रियासत की तामीर-ए-नौ पर दावेदारी पेश करना है।

चन्द्र शेखर राव‌ के इस सख़्त गीर मौक़िफ़ से ख़ुद पार्टी क़ाइदीन हैरतज़दा हैं क्युंकि उन्हें इस बात का यक़ीन नहीं कि चुनाव में टी आर एस वाज़िह अक्सरीयत हासिल कर पाए गी।

पार्टी मीटिंग में भी क़ाइदीन ने कांग्रेस से चुनाव मुफ़ाहमत की ताईद की ताहम चन्द्र शेखर राव‌ ने उसकी मुख़ालिफ़त की। बताया जाता हैके चन्द्र शेखर राव‌ को यक़ीन है कि उन की पार्टी दो तिहाई अक्सरीयत के साथ तशकील हुकूमत के मौक़िफ़ में होगी।

इन का कहना हैके जब सीमांध्र में तेलुगु देशम और वाई एस आर कांग्रेस पार्टी जैसी इलाक़ाई जमातें मुक़ाबला करसकती हैं तो तेलंगाना में टी आर एस इलाक़ाई पार्टी के तौर पर क्यों उभर नहीं सकती।

के सी आर के क़रीबी ज़राए ने बताया कि चन्द्र शेखर राव तेलंगाना में तशकीले हुकूमत के साथ क़ौमी सतह पर भी अहम रोल अदा करना चाहते हैं। उन्होंने 100 असेंबली और 16 लोक सभा हलक़ों पर कामयाबी का निशाना मुक़र्रर किया है।