मर्कज़ी वज़ीर और रुक्न ग्रुप ऑफ़ मिनिस्टर्स जय राम रमेश ने कहा कि तेलंगाना का फ़ैसला क़तई है। रायलसीमा को बुंदेलखंड के तर्ज़ पर पैकेज दिया जाएगा। सदर जम्हूरीया परनब मुकर्जी 9 दिसंबर को तेलंगाना का बिल असेंबली को रवाना करेंगे। अगर रॉयल तेलंगाना के लिए असेंबली में तजवीज़ वसूल होती है तो इस पर ग़ौर किया जाएगा।
दिल्ली में जय राम रमेश ने मीडिया से ग़ैर रस्मी बात-चीत करते हुए कहा कि जी ओ एम ने 57 दिन काम किया है। 8 सरकारी तौर पर इजलास तलब करने के इलावा तक़रीबन 15 ग़ैर सरकारी तौर पर इजलास तलब करते हुए रियासत की तक़सीम और इस के बाद पैदा होने वाले मसाइल पर काफ़ी बारीकबीनी से जायज़ा लिया है।
कई तजावीज़ वसूल हुए, ताहम सी डब्लयू सी मर्कज़ी काबीना और मुख़्तलिफ़ जमातों के मौक़िफ़ को देखते हुए सिर्फ़ 10 अज़ला पर मुश्तमिल अलैहदा तेलंगाना रियासत तशकील देने का फ़ैसला किया है। काबीना की मंज़ूरी के बाद तेलंगाना बिल राष़्ट्रापती भवन को भेज दिया गया है। सदर जम्हूरीया इस बिल को 9 दिसंबर तक आंध्र प्रदेश क़ानूनसाज़ असेंबली को रवाना कर देंगे।
सदर जम्हूरीया बिल पर राय तलब करने के लिए कितना वक़्त मुक़र्रर करेंगे और असेंबली में क्या होगा वो इस से लाइल्म है। जय राम रमेश ने कहा कि विशाखापटनम और चेन्नाई के दरमयान इंडस्ट्रीयल का रीडर बनाया जाएगा। सीमा आंध्र में असेंबली, सेक्रेट्रीएट, हाइकोर्ट वग़ैरा मर्कज़ की जानिब से तामीर करने का एलान किया।