तेलंगाना के अक़लीयती इदारे दीगर रियास्तों के लिए क़ाबिले तक़लीद

सदर नशीन महाराष्ट्रा स्टेट अक़लीयती कमीशन जनाब मुनाफ़ हकीम ने तेलंगाना में सरकारी अक़लीयती इदारों की कारकर्दगी को इतमीनान बख़्श और दीगर रियास्तों के लिए काबिले तक़लीद क़रार दिया। उन्हों ने कहा कि तेलंगाना के अक़लीयती इदारे अक़लीयतों की तालीमी और मआशी तरक़्क़ी में अहम रोल अदा कर रहे हैं।

उन्हों ने तेलंगाना में अक़लीयतों की भलाई के सिलसिले में मौजूद स्कीमात की सताइश करते हुए बताया कि वो तेलंगाना दौरे के तजुर्बात और मुशाहदात की बुनियाद पर हुकूमत महाराष्ट्रा को रिपोर्ट पेश करेंगे। जनाब मुनाफ़ हकीम ने आज हज हाउज़ पहुंच कर मुख़्तलिफ़ अक़लीयती इदारों का दौरा किया और इन इदारों के ज़िम्मेदारों से मुलाक़ात की।

उन्हों ने कमिशनर अक़लीयती बहबूद और स्पेशल ऑफीसर वक़्फ़ बोर्ड जनाब जलाल उद्दीन अकबर (आई एफ़ एस ) और प्रोफ़ेसर एस ए शकूर मैनेजिंग डायरेक्टर अक़लीयती फ़ाइनेन्स कारपोरेशन से तेलंगाना में अक़लीयतों की स्कीमात पर अमल आवरी के सिलसिले में मालूमात हासिल कीं।

उन्हों ने उर्दू अकेडमी की कारकर्दगी की सताइश करते हुए कहा कि फ़रोग़ उर्दू के सिलसिले में वो अकेडमी की ख़िदमात से मुतास्सिर हुए हैं। उर्दू मदारिस में इन्रा कस्ट्रक्चर की फ़राहमी, शोरा और अदीबों और सहाफ़ीयों की इमदाद के इलावा नादिर उर्दू किताबों की इशाअत जैसी स्कीमात की जनाब मुनाफ़ हकीम ने सताइश की।

उन्हों ने बताया कि महाराष्ट्रा उर्दू ज़बान बोलने वालों के एतबार से दीगर रियास्तों से आगे है और हुकूमत और ख़ान्गी शोबा में कई उर्दू मीडियम मदारिस बेहतर नताइज के साथ काम कर रहे हैं।

इस मौक़ा पर चीफ़ एग्ज़ीक्यूटिव ऑफीसर वक़्फ़ बोर्ड अब्दुल हमीद, जेनरल मैनेजर अक़लीयती फ़ाइनेन्स कारपोरेशन सैयद विलायत हुसैन, असिसटेंट जेनरल मैनेजर एम ए बारी और दीगर स्टाफ़ मौजूद थे।