विजयवाड़ा 03 मई: हुकूमत आंध्र प्रदेश ने हुकूमत तेलंगाना की तरफ से 2014 के आंध्र प्रदेश तंज़ीम जदीद क़ानून की ख़िलाफ़वरज़ी करते हुए दरयाए कृष्णा-ओ-गोदावरी पर नए आबपाशी प्रोजेक्टों की तामीर के मसले पर गौर वो बेहस के लिए मर्कज़ से दरख़ास्त की के मर्कज़ी वज़ीर आबी वसाइल के ज़ेरे क़ियादत कलीदी कौंसिल की मीटिंग फ़ील-फ़ौर तलब किया जाये।
चीफ़ मिनिस्टर एन चंद्रबाबू नायडू की सदारत में मुनाक़िदा काबीनी मीटिंग ने मर्कज़ से ये दरख़ास्त भी की के इस बात को भी यक़ीनी बनाया जाये कि कलीदी कौंसिल की तरफ से इस मसले की यकसूई तक हुकूमत तेलंगाना इन दोनों दरियाओं पर नए प्रोजेक्टों की तामीर पर मज़ीद कोई पेशरफ़त ना करे।
चंदबाबू ने अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि काबीना ने इस मसले पर एक क़राराद मंज़ूर की है जो मर्कज़ को पेश की जाएगी। उन्होंने कहा कि हुकूमत तेलंगाना के 7 नशीबी कृष्णा ज़ेली तास पाला सूर।संगारेड्डी (बराए 90टी एमसी फिट) और डंडी (30फिट) जैसी दो नई लिफ़्ट आबपाशी स्कीमों के लिए तामीर का आग़ाज़ की है।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि हम किसी शोर-ओ-गुल के बग़ैर इस तनाजे का दोस्ताना हल चाहते हैं। बालाई इलाके की रियासतें मन-मानी अंदाज़ में प्रोजेक्टस तामीर नहीं कर सकें। किसी प्रोजेक्ट से दूसरों के मुफ़ाद मुतास्सिर नहीं होना चाहीए।