तेलंगाना रियासती हुकूमत ख़ानगी कॉलेजों को फ़ीस रेिंबर्समेंट के तौर पर 1,250 करोड़ रुपये बाक़ी है। तेलंगाना इंजनीयरिंग ऐंड प्रोफेशनल कॉलेजस मैनेजमंट एसोसीएशन् के चैरमैन एन गौतम राव और सेक्रेटरी मुहम्मद ख़लील ने यहां एक प्रैस कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि तेलंगाना में 350 इंजनीयरिंग 167 फार्मेसी 400 एमबी ए और 200 से ज़ाइद बी एड कॉलेजस हैं जिन में मजमूई तौर पर 10 लाख तलबा ज़ेर-ए-तालीम हैं लेकिन रियासती हुकूमत की तरफ से फ़ीस रेिंबर्समेंट के तौर पर बाक़ी रक़ूमात की अदमे अदाइगी के सबब ये तमाम कॉलेजस बदतरीन बोहरान का शिकार हैं और 1.5 लाख अफ़राद पर मशतमिल स्टाफ़ की तनख़्वाहें अदा करने से भी क़ासिर हैं।
गौतम राव ने कहा कि बक़ायाजात की अदायगी में हुकूमत को ताख़ीर नहीं करना चाहीए क्युंकि पहले ही कई कॉलेजस बंद होने के खरीब पहुंच चुके हैं। मुहम्मद ख़लील ने कहा कि ख़ानगी कॉलेजस को 80 फ़ीसद मालिया फ़ीस रेिंबर्समेंट से हासिल होता है जिस के हुसूल में ताख़ीर के सबब कई कॉलेजस अपने मसारिफ़ निमटने के लिए भारी सूद पर क़र्ज़ हासिल किए हैं। उन्होंने फ़ीस रेिंबर्समेंट की रक़म फ़िलफ़ौर अदा करने हुकूमत से अपील की।