तेलंगाना के नौजवानों की क़ुर्बानियां नाक़ाबिले फ़रामोश

सुनहरे तेलंगाना का ख़ाब देखते हुए अपनी जानों को क़ुर्बान करने वाले तेलंगाना के शहीदों को हम कभी भूल नहीं सकते। ये नौजवानों की क़ुर्बानीयों ने हमें अलाहिदा रियासत तेलंगाना में सांस लेने का मवाक़े फ़राहम किया। तेलंगाना रियासत , शुहदा के ख़ानदानों के साथ है।

इन ख़्यालात का इज़हार डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर कडीम श्रीहरी हनमकेंडा अंबेडकर भवन में शुहदा तेलंगाना के अफ़रादे ख़ानदान में हुकूमत की तरफ से दी जाने वाली माली इमदाद के मौके पर मुनाक़िदा तक़रीब से ख़िताब करते हुए किया। ज़िला वर्ंगल के 88 शुहदा तेलंगाना में फी कस 10 लाख रुपये के हिसाब से तेलंगाना हुकूमत ने 8.80 करोड़ रुपये के चेक्स तक़सीम किए। ज़िला कलेक्टर वाकटी करूणा की सदारत में मुनाक़िदा तक़रीब से ख़िताब करते हुए डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि पिछ्ले 60 साल की जद्द-ओ-जहद, ये नौजवानों की क़ुर्बानीयों और चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ की क़ियादत में चलाई गई तहरीक तेलंगाना की वजह से अलाहिदा रियासत तेलंगाना की तशकील अमल में आई।

उन्होंने कहा कि तेलंगाना रियासत बनेगी या नहीं, इस मसले पर सैंकड़ों नौजवानों ने चलती ट्रेन के सामने छलांग लगाकर अपनी जान क़ुर्बान करदी। कई नौजवानों ने ख़ुद पर केरोसीन छिड़क कर आग लगा ली और बाज़ ने ज़हरीली दवा का इस्तेमाल करते हुए तेलंगाना की ताईद में अपनी क़ीमती ज़िंदगीयों को निछावर कर दिया जिन को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर की तरफ से अनक़रीब उन मुतास्सिरीन में 3 एकड़ अराज़ी की फ़राहमी के अमल की तकमील भी की जाएगी।