तेलंगाना के लिए अलाहिदा हाइकोर्ट के क़ियाम का मुतालिबा

रियासत तेलंगाना में अलाहिदा हाइकोर्ट के क़ियाम में ताख़ीर के ख़िलाफ़ लोक सभा में टी आर एस के अरकान के एहतेजाज के बाइस लोक सभा की कार्रवाई में ख़लल पैदा हुआ और एवान की कार्रवाई को कई मर्तबा मुल्तवी करना पड़ा।

टी आर एस के एहतेजाजी अरकान इस ताख़ीर के ख़िलाफ़ बार बार एवान के वस्त में पहुंच कर एहतेजाज किया जबकि वज़ीर-ए-क़ानून सदानंद गौड़ा की तरफ से उन्हें दिए गए इस तेकीन से कि वो जल्द ही इस मसले का हल ढ़ूढ़ने की कोशिश करेंगे। टी आर एस के अरकाने पार्लियामेंट मुतमइन नहीं हुए और कहा कि माज़ी में मर्कज़ की तरफ से वादों के बावजूद कोई क़तई फ़ैसला नहीं किया गया।

गौड़ा ने कहा कि उन्हें इस मसले पर आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ़ जस्टिस से भी सलाह-ओ-मश्वरह करने की ज़रूरत है। ताहम टी आर एस के अरकान ग़ैर मुतमइन रहे और कहा कि पार्लियामेंट का एहतेराम करने की ज़रूरत है क्युंकि इस ने आंध्र प्रदेश तशकील जदीद बिल को मंज़ूर किया है जिस में रियासत तेलंगाना के लिए एक अलाहिदा हाइकोर्ट का वादा किया गया है।