हैदराबाद 06 अप्रैल: डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने वज़ीरे ख़ारजा सुषमा स्वराज से मुलाक़ात की और तेलंगाना के लिए हज कोटा में इज़ाफे की अपील की।
उन्होंने इस सिलसिले में एक याददाश्त हवाले करते हुए बताया कि जारीया साल तेलंगाना के लिए हज कोटा दरख़ास्तों के एतबार से इंतेहाई नाकाफ़ी रहा। नई रियासत तेलंगाना में अक़लियतों की आबादी 45 लाख से ज़ाइद है और इस एतबार से कम से कम 4000 हज कोटा अलाट किया जाना चाहीए बरख़िलाफ़ उस के जो कोटा अलाट किया गया था इस में 2200 नशिस्तें महफ़ूज़ ज़मुरा के तहत क़ुरआ अंदाज़ी के बग़ैर पर हो गईं और सिर्फ 325 नशिस्तों के लिए क़ुरआ अंदाज़ी की जा सकी। उन्होंने बताया कि हज़ारों दरख़ास्त गुज़ारों को मायूसी हुई है।
सुषमा स्वराज ने नुमाइंदगी की बग़ौर समाअत की और यकीन दिया कि वो ख़ुसूसी कोटा अलाट करने के लिए कोशिश करेंगी। उन्होंने अक़लियती बहबूद और आज़मीने हज्ज के सिलसिले में तेलंगाना हुकूमत के इक़दामात की तारीफ की। डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने हैदराबाद में सऊदी कांसुलेट के क़ियाम की इजाज़त की अपील की।
उन्होंने कहा कि हुकूमत सऊदी अरब ने हैदराबाद में कांसुलेट के क़ियाम से उसूली तौर पर इत्तेफ़ाक़ कर लिया है और सिर्फ मर्कज़ की मंज़ूरी का इंतेज़ार है। कांसुलेट के क़ियाम से ना सिर्फ हज-ओ-उमरा बल्के सऊदी अरब में मुक़ीम हैदराबादियों के मसाइल की यकसूई में मदद मिलेगी।
तेलंगाना से 8 लाख से ज़ाइद लोग सऊदी अरब में बरसर रोज़गार हैं उन्हें मुख़्तलिफ़ मसाइल का सामना है और हैदराबाद में कांसुलेट के क़ियाम से अवाम को रुजू होने में सहूलत होगी। सुषमा स्वराज ने इस मसले का जायज़ा लेने और हमदर्दाना ग़ौर का यकीन दिया। महमूद अली ने बताया कि सऊदी सफ़ीर आइन्दा माह हैदराबाद के दौरे पर आरहे हैं इस मौके पर कांसुलेट के क़ियाम के सिलसिले में बातचीत की जाएगी। इस मौके पर नई दिल्ली में तेलंगाना हुकूमत के नुमाइंदे वीनूगोपाल चारी और दूसरे मौजूद थे।