सदर नशीन तेलंगाना पोलीटिक्ल जवाइंट एक्शन कमेटी प्रोफेसर कोदंदरम ने इल्ज़ाम लागया कि सीमा आंध्र के सरमाया दार तेलंगाना के वसाइल को लूटने के लिए मुत्तहदा आंध्र के हक़ में एजीटेशन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुत्तहदा आंध्र के हक़ में सीमा आंध्र के इलाक़ों में जारी एहतेजाज गैर जमहूरी है। हैदराबाद और इस के आस पास सरकारी और वक़्फ़ ज़मिनत और क़ाबिज़ सीमा आंध्र के सरमाया दार इसी तरह की और ज़मिनत पर नज़र रखे हुए हैं और वो इस तहरीक की सरपरस्ती कर रहे हैं।
उन्होंने वाज़िह किया कि हैदराबाद की तरक़्क़ी में सीमा आंध्र सरमाया दारों का कोई रोल नहीं है जबकि सीमा आंध्र के सरमाया दार हैदराबाद की सनअती तरक़्क़ी ने गैर ज़रूरी अपनी हिस्सादारी ज़ाहिर कर रहे हैं।
कोदंदरम ने चीफ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी को सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाया और कहा कि वो दस्तूर के ख़िलाफ़ ब्यानात जारी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चीफ मिनिस्टर के ज़िम्मेदार ओहदे पर फ़ाइज़ होने के बावजूद किरण कुमार रेड्डी मुत्तहदा आंध्र की ताईद करते हुए एक इलाके के साथ जांबदारी का मुज़ाहरा कर रहे हैं।
किरण कुमार रेड्डी जान लेना चाहीए कि वो सिर्फ़ 13 अज़ला के लिए चीफ मिनिस्टर नहीं बल्कि सारी रियासत के चीफ मिनिस्टर हैं।
कोदंदरम ने याद दिलाया कि इबतिदा ही से किरण कुमार रेड्डी तेलंगाना रियासत के क़ियाम के मुख़ालिफ़ हैं। क़ानूनसाज़ असेंबली में भी उन्होंने तेलंगाना की तरक़्क़ी के लिए फंड्स जारी ना करने की बात कही थी।
उन्होंने बताया कि सीमा आंध्र में एक तरफ़ आर टी सी की बसें बंद हैं तो दूसरी तरफ़ बाअसर सयासी शख्सियतों की ख़ानगी बसें चलाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना के ख़िलाफ़ होने वाली साज़िशों का मुक़ाबला करने के लिए तेलंगाना के कांग्रेस क़ाइदीन को भी मुत्तहिद होना पड़ेगा।
कोदंदरमने कहा कि हालिया तब्दीलियों के बाद जे ए सी हैदराबाद को 10 बरसों के लिए मुत्तहदा दार रुल हुकूमत के मौक़िफ़ को कुबूल करने तैयार नहीं।
उन्होंने कहा कि 17 सितंबर को इंज़िमाम हैदराबाद के मौके पर तमाम सरकारी दफ़ातिर का क़ौमी पर्चम लहराया जाना चाहीए। उन्होंने हैदराबाद को मर्कज़ी ज़ेर इंतेज़ाम इलाक़ा क़रार देने की कोशिशों की मज़म्मत की।