रायलसीमा से ताल्लुक़ रखने वाले रियासती वज़ीर-ए-क़ानून ई प्रताप रेड्डी ने कहा कि अगर अलाहदा तेलंगाना रियासत तशकील दी गई तो चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी के बिशमोल हम सब पार्टी से मुस्ताफ़ी हो जाऐंगे। उन्होंने रियासत की तक़सीम के मामले में कांग्रेस हाईकमान के रवैय्ये की सख़्त मज़म्मत करते हुए कहा कि उन्हें कांग्रेस पार्टी में रहने पर शर्मिंदगी महसूस हो रही है, क्योंकि पार्टी हाईकमान ने सीमा।
आंध्र के कांग्रेस क़ाइदीन और अवाम को यकसर नजरअंदाज़ करके तेलंगाना रियासत तशकील दे रही है, जिसकी कांग्रेस को भारी क़ीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि तक़सीम रियासत के बिल में सीमा। आंध्र के मुफ़ादात की वज़ाहत नहीं की गई और ना ही पानी, मुलाज़िमत और ग़रीबी के ख़ातमे की असकीमात की सर अहित की गई, जब कि रियासत की तक़सीम से सब से ज़्यादा नुक़्सान इलाक़ा रायलसीमा को होगा।
उन्होंने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी रियासत की तक़सीम रोकने के लिए हरमुमकिन कोशिश कर रहे हैं, जब कि पार्टी हाईकमान का रवैय्या तकलीफ़देह है। उन्होंने कहा कि सीमा। आंध्र के अवाम में कांग्रेस के ख़िलाफ़ नाराज़गी पाई जाती है, जब कि हम मुंतख़ब अवामी नुमाइंदे हैं, पार्टी ने हमें सिर्फ़ टिकट दिया है और अवाम ने हमें वोट दे कर कामयाब बनाया है, लिहाज़ा अवामी जज़बात को पेश करना हमारी ज़िम्मेदारी है।