तेलंगाना के ख़िलाफ़ जगन की भूक हड़ताल दूसरे दिन में दाख़िल

जेल में महरूस वाई एस आर कांग्रेस पार्टी के सरबराह वाई एस जगन मोहन रेड्डी की तरफ से आंध्र प्रदेश की तक़सीम के ख़िलाफ़ शुरू करदा गैर मीना मुद्दत की भूक हड़ताल आज दूसरे दिन में दाख़िल होगई।

ताहम जेल हुक्काम ने वाज़िह किया कि जगन मोहन रेड्डी की भूक हड़ताल की उन्हें कोई इत्तेला नहीं है। चंचलगुडा जेल के सुपरिन्टेन्डेन्ट बी सदया ने कहा कि जगन ने अपनी भूक हड़ताल के सिलसिले में हमें कोई नुमाइंदगी नहीं दी है।

वो डॉक्टर्स की निगरानी में हैं। फ़िलहाल उनकी नब्ज़ ग्लूकोज़ की सतह और ब्लड प्रेशर वगैरह मामूल के मुताबिक़ हैं। मुस्तक़बिल के लायेहा-ए-अमल के ताल्लुक़ पर उन्होंने बताया कि सब कुछ डॉक्टर्स के मश्वरे पर मुनहसिर है।

वाई एस आर कांग्रेस की एज़ाज़ी सदर वाई एस विजए अम्मा ने तक़सीम आंध्र प्रदेश की तजवीज़ के ख़िलाफ़ भूक हड़ताल शुरू की थी और उन्हें ज़बरदस्ती 24 अगसट की निस्फ़ शब के बाद दवाख़ाना मुंतक़िल करदिया था जहां उन्होंने अपनी भूक हड़ताल ख़त्म करदी थी।

उन्होंने ताहम उस वक़्त एलान किया था कि उनके फ़र्ज़ंद और कड़पा रुकन पार्ल्यमंट जगन मोहन रेड्डी सीमा आंध्र अवाम से इंसाफ़ के लिए जेल में गैर मीना मुद्दत की भूक हड़ताल शुरू करेंगे।

एहतियात के तौर पर जेल के अतराफ़-ओ-अकनाफ़ में सेकेवरेटी इंतिहाई सख़्त करदी गई है और वहां सिटी पुलिस के अलावा नियम फ़ौजी दस्तों के इज़ाफ़ी अहलकार मुतयन करदिए गए हैं।

जेल तक जाने वाले रास्तों पर रुकावटें खड़ी करदी गई हैं और दुसरे इक़दामात भी किए गए हैं। जेल के एक और ओहदेदार ने ये बात बताई । इस दौरान सी बी आई की एक अदालत ने जगन मोहन रेड्डी को ग़ैर मह्सूब असासा जात के एक मुक़द्दमा में 6 सितंबर तक अदालती तहवील में देदिया है। ये केस ख़ानगी कंपनियों की तरफ से जगन की कंपनियों में सरमाया कारी से मुताल्लिक़ है।