तेलंगाना के ख़िलाफ़ साज़िश नाक़ाबिले बर्दाश्त

मर्कज़ी हुकूमत की तरफ से पेश करदा तेलंगाना मुसव्वदा बिल सदर जमहूरीया हिंद की तरफ से रियासती असेंबली को रवाना करने के बाद बिल पर इज़हार राय करने के बजाये इस पर साज़िशें रचाई जा रही हैं।

तेउगु देशम पार्टी सरबराह चंद्राबाबू नायडू , रियासती वज़ीर-ए-आला किरण कुमार और वाई एस आर पार्टी के सरबराह वाई एस जगन मोहन रेड्डी आपस में एक जुट होकर ये साज़िशें कररहे हैं।

हलक़ा हनमकनडा टी आर एस रुकने असेंबली दासीम विनए भास्कर ने पार्टी ऑफ़िस नईमनगर में सहाफ़ीयों से बातचीत करते हुए इन ख़्यालात का इज़हार किया।

उन्होंने कहा कि छः दहों से चलती इस तेलंगाना तहरीक में आंध्रई क़ाइदीन-ओ-सरमाया दारों ने हर मोड़ पर अपनी साज़िशें और ग़लतबयानी से त्लंएगाना की राह में रुकावटें पैदा करते रहे हैं।

टी आर एस सरबराह के सी आर की तरफ से साल 2009 की गई भूक हड़ताल के बाद मर्कज़ी हुकूमत की तरफ से अलाहिदा रियासत तेलंगाना का एलान किया गया था।

उस वक़्त से ये तीनों किरण बाबू, चंद्राबाबू, जगन बाबू हुसूले तेलंगाना की राह में रुकावटें पैदा कररहे हैं जिसकी वजह से बारह सौ से ज़ाइद तलबा ने जानें क़ुर्बान की हैं।

इन सब शहीदों की जानें क़ुर्बान होने की वजह भी चंद्राबाबू नायडू हैं। विनए भास्कर ने तेलंगाना के ख़िलाफ़ साज़िशें बंद करने का मुतालिबा किया। उन्होंने कहा कि रियासती वज़ीर-ए-आला ज़हनी तौर पर बौखलाहट का शिकार हुए हैं उन्हें कुछ समझ में नहीं आरहा है कि वो क्या कररहे हैं।

क्रिकेट मैच ख़त्म होने के बाद मज़ीद गेंदबाज़ी करने की ख़ाहिश कररहे हैं। दूसरी तरफ़ चंद्राबाबू तेलंगाना और आंध्र को दोनों आँख बताने वाले दोगली बातें कररहे हैं और जगन मोहन रेड्डी ये भूल गए हैं कि उनके वालिद आँजहानी वज़ीर-ए-आला राज शेखर रेड्डी ने साल 2004 चुनाव मंशूर में तेलंगाना रियासत की ताईद की और तेलंगाना के नाम पर ही तेलुगु देशम से इक़तिदार हासिल करलिया था।

रुकने असेंबली ने कहा कि ये तीन बाबू अपनी साज़िशों को बंद करदें और मज़ीद हमारे सब्र के साथ खिलवाड़ ना करें। रियासती वज़ीर-ए-आला किरण कुमार रेड्डी, चंद्राबाबू नायडू और जगन मोहन रेड्डी ना सिर्फ़ तेलंगाना बल्कि आंध्रई अवाम को धोका दे रहे हैं।

उन्होंने तीनों बाबू को इंतिबाह दिया कि वो दो रियासतों की अवाम के हुक़ूक़ की बात करें। साज़िशें बंद करें और दोनों रियासतों के मुफ़ाद का लायेहा-ए-अमल तैयार करें।

तेलंगाना की राह में रुकावटें हाइल करनेवाली किसी भी पार्टी को यहां की अवाम बर्दाश्त नहीं करती। इस मौके पर एडवोकेट अबूबकर, बोडादीना और दुसरे मौजूद थे।