तेलंगाना के 5 कांग्रेस अरकाने पार्लिमेंट मुस्तफ़ी

नई दिल्ली,1 फरवरी- तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले कांग्रेस के 5 अरकाने पार्लिमेंट ने आज अलहदा रियासत के लिए पार्टी पर दबाव‌ डालने के मक़सद से इस्तीफ़ा दे दिया। इन पाँच अरकाने पार्लिमेंट ने इजतिमाई मकतूब इस्तीफ़ा कोरीयर के ज़रीये सदर कांग्रेस सोनीया गांधी को रवाना कर दिया है।

एस राजैया और पूनम प्रभाकर ने रात देर गए पी टी आई को ये बात बताई, जिन पाँच अरकान-ए-पार्लिमेंट ने इस्तीफ़ा दिया इन में एम जगनाधम, पूनम प्रभाकर, एस राजैया, विवेक रेड्डी और सुरेंद्र रेड्डी शामिल हैं। एस राजैया ने कहा कि अलेहदा रियासत तेलंगाना के मसले पर समझौते का सवाल ही पैदा नहीं होता। उन्होंने कहा कि समझौता उसी सूरत में मुम्किन है जब अलेहदा रियासत के क़ियाम के लिए मुसबित रोड मैप दिया जाये।

उन्होंने बताया कि वरंगल में अरकान-ए-पार्लिमेंट ने दो दिन तवील मुज़ाकिरात के बाद मुस्ताफ़ी होने का फ़ैसला किया है। इन पाँच अरकान-ए-पार्लिमेंट ने ये इस्तीफ़ा ऐसे वक़्त दिया जबकि पार्टी ने आज इशारा दिया है कि वो तेलंगाना के क़ियाम के ख़िलाफ़ नहीं है। निज़ामाबाद के कांग्रेस रुकन पार्लिमेंट मधु गौड़ यशकी जो अलहदा रियासत के लिए जारी एहतिजाज में पेश हैं, ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों को बताया कि ए आई सी सी तर्जुमान चाकू के बयान के बाद इस्तीफे की ज़रूरत नहीं है।

वो नहीं समझते कि कांग्रेस पार्टी की जानिब से अपना मौक़िफ़ वाज़िह करने के बाद इस्तीफ़ा दिया जाना चाहीए फिर भी राजिया और पूनम प्रभाकर ने कहा कि वो अपना मकतूब इस्तीफ़ा सोनीया गांधी को पेश करचुके हैं। इस्से पहले इस्तीफे के मसले पर कांग्रेस अरकान-ए-पार्लिमेंट की राय मुनक़सिम हो गई और इन में शदीद इख़तिलाफ़ पैदा होगया।

तेलंगाना के कांग्रेस अरकान-ए-पार्लिमेंट को इस्तीफे की धमकी के बाद पार्टी हाईकमान ने मुशावरत के लिए तलब किया था। बावसूक़ ज़राए के बमूजब मुबस्सिर ए आई सी सी वायलार रवी नासाज़ी सेहत की वजह से दिल्ली नहीं पहुंच सके जबकि आंध्रा प्रदेश उमूर के इंचार्ज ग़ुलाम नबी आज़ाद उड़ीसा के दौरा पर हैं।सोनीया गांधी के सयासी मुशीर अहमद पटेल ने तेलंगाना के कांग्रेस अरकान-ए-पार्लिमेंट से रब्त क़ायम करते हुए बार बार इस्तीफे की धमकी पर एतराज़ किया।

जवाब में कांग्रेस अरकान-ए-पार्लिमेंट ने कहा कि उन पर तेलंगाना अवाम का शदीद दबाव‌ है। अहमद पटेल ने उन से पूछा कि क्या ये दबाव तेलंगाना के वुज़रा और कांग्रेस के अरकान असेम्बली पर नहीं है, वो भी अवाम का सामना कररहे हैं लेकिन सिर्फ़ आप उजलत पसंदी से क्यों काम ले रहे हैं। उन्होंने तेलंगाना मसले की यकसूई के लिए हाईकमान से तआवुन की ख़ाहिश की और कहा कि बार बार इस्तीफे की धमकीयां ना दें।

इन अरकान‍ ए‍ पार्लिमेंट ने बादअज़ां मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि इस्तीफे के फ़ैसले से दस्तबरदारी इख़तियार की जा रही है, लेकिन इस मसले पर उन की राय मुनक़सिम हो गई और एक मरहले पर पूनम प्रभाकर और वीवेक के माबैन टेलीफ़ोन पर बेहस-ओ-तकरार भी हो गई। पूनम प्रभाकर ने दावा किया कि इस्तीफे के फ़ैसले पर हम क़ायम हैं लेकिन मधु गौड़ यशकी ने कहा कि इस फ़ैसले से दस्तबरदारी इख्तेयार की जा रही है फिरभी रात देर गए पाँच अरकान-ए-पार्लिमेंट ने अपना इस्तीफ़ा सदर कांग्रेस को पेश कर दिया।