तेलंगाना को श्रीसैलम प्रोजेक्ट में बर्क़ी पैदावार का हक़ हासिल

वज़ीर आबपाशी तेलंगाना टी हरीश राव‌ ने नई दिल्ली में मर्कज़ी वज़ीर आबी वसाइल ओमा भारती से मुलाक़ात की और कृष्णा वाटर ट्रब्यूनल के हालिया फ़ैसले के ख़िलाफ़ नुमाइंदगी की।

कृष्णा वाटर बोर्ड ने हाल ही में अपने हुक्मनामा के ज़रीये तेलंगाना हुकूमत को श्रीसैलम पावर प्लांट में बर्क़ी सरबराही रोकने की हिदायत दी थी। बोर्ड के इस फ़ैसले पर हुक्म अलतवा के लिए वज़ीर आबपाशी हरीश राव‌ , मर्कज़ी वज़ीर आबी वसाइल से रुजू हुए हैं।

बोर्ड के किसी भी फ़ैसले के सिलसिले में मर्कज़ी वज़ीर एपेलेट अथॉरीटी के तौर पर हुक्म अलतवा जारी करने की मजाज़ हैं। हरीश राव‌ ने श्रीसैलम ज़ख़ीरा आब में पानी के इस्तेमाल और बर्क़ी की पैदावार के बारे में तफ़सीली रिपोर्ट पेश की और शिकायत की के पानी के इस्तेमाल के सिलसिले में आंध्र प्रदेश हुकूमत तंज़ीम जदीद बिल मुआहिदा की ख़िलाफ़वरज़ी कर रही है।

आंध्र प्रदेश तंज़ीम जदीद बिल क़ानून ने तेलंगाना को जो हुक़ूक़ फ़राहम किए गए हैं, उस की ख़िलाफ़वरज़ी की जा रही है।श्रीसैलम में तेलंगाना को सिर्फ़ तीन टी एमसी पानी के इस्तेमाल से मुताल्लिक़ वाटर बोर्ड के फ़ैसले को सरासर नाइंसाफ़ी क़रार देते हुए हरीश राव‌ ने कहा कि इस से तेलंगाना के जायज़ हुक़ूक़ मुतास्सिर होंगे।

हरीश राव‌ ने दिल्ली में क़ौमी आबी कमीशन के सदर नशीन ए बी पांडियन से मुलाक़ात की और कृष्णा वाटर बोर्ड के हालिया फ़ैसला के बारे में शिकायत की। उन्होंने तेलंगाना के साथ मुनासिब इंसाफ़ का मुतालिबा किया।

वाटर बोर्ड ने 2 नवंबर तक तेलंगाना को बर्क़ी की तैयारी के सिलसिले में 3 टी एमसी पानी के इस्तेमाल की हिदायत दी , जिस पर तेलंगाना हुहुकूमत ने सख़्त एहतेजाज किया है।