रियासत तेलंगाना में हुसूले रियासत तेलंगाना की जद्द-ओ-जहद में सरगर्म अमल हिस्सा लेते हुए तेलंगाना जहद कारों के साथ एक नया मुत्तहदा प्लेटफार्म तशकील दिया गया है और खास्कर तेलंगाना जद्द-ओ-जहद में हिस्सा लेते हुए किसी सियासी जमात से वाबस्तगी इख़तियार ना करने वाले जहद कारों की तरफ से ये मुत्तहदा प्लेटफार्म तशकील दिया गया है।
इस मुत्तहदा प्लेटफार्म के कन्वीनर की हैसियत से सी सुधाकर की नामज़दगी अमल में लाई गई जबकि सी सुधाकर साबिक़ में तेलंगाना राष़्ट्रा समीती पोलेट ब्यूरो रुकन रह चुके हैं, बताया जाता हैके बंगारू तेलंगाना के मसले पर इस मुत्तहदा प्लेटफार्म के मीटिंग में तफ़सीली मुबाहिस हुए और इस बात का फ़ैसला किया गया कि बहुत जल्द बड़े पैमाने पर जल्सा-ए-आम मुनाक़िद करने का कन्वीनर मुत्तहदा प्लेटफार्म (मुत्तहदा महाज़) एस सुधाकर ने एलान किया।
बताया गया कि हुसूले तेलंगाना की जद्द-ओ-जहद में समाजी तेलंगाना का वादा किया गया था। दलित शख़्स को ही चीफ़ मिनिस्टर बनाने का जद्द-ओ-जहद तेलंगाना के दौरान इज़हार किया गया। इन में से किसी एक पर भी अमल आवरी नहीं हुई और तेलंगाना अवाम तेलंगाना रियासत के हासिल होने का तसव्वुर नहीं कर पारहे हैं जिस की वजह से साबिक़ की सूरते हाल (तेलंगाना अवाम के साथ मुकम्मिल नाइंसाफ़ी) जूं की तूं जारी है।