तेलंगाना तहरीक की कामयाबी के लिए सयासी खाय्दीन के इत्तेहाद की जरूरत है

दराबाद 03 नवंबर:(सियासत न्यूज़) तलंगाना हामी चौबीस से ज़ाइद मुस्लिम तंज़ीमों की जानिब से मुनाक़िद ह एहितजाजी मुस्लिम धरने से ख़िताब करते हुए मुदीर आली रोज़नामा सियासत-ओ-पोलीट ब्यूरो रुकन तलगोदीशम पार्टी जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने कहा कि क़ियाम आन्ध्रा प्रदॆश् के बाद जिन हालात के तलंगाना के मुस्लमानों ने सामना किया है इस की तलाफ़ी अलैहदा रियासत तलंगाना के क़ियाम से ही मुम्किन है |

उन्हों ने मज़ीद कहा के 1956के बाद से आज तक तलंगाना के मुस्लमानों का सब से ज़्यादा नुक़्सान हुआ है एक लाख सत्तर हज़ार करोड़ रूपियों की वक़्फ़ इमलाक सिर्फ हैदराबाद में तबाह कर दी गईं उन्हों ने कहा के मैंने तलगोदीशम पोलीट ब्यूरो रुकन की हैसियत से सिरी कृष्णा कमेटी को एक रिपोर्ट पेश की है जिस में आदाद वशमार के साथ मुस्लमानों की इमलाक और मुलाज़मतों बाग़ात दीवड़ीयों को हुए नुक़्सानात से कमीशन को वाक़िफ़ करवाया है सैंकड़ों तलंगाना हामीयों से मुख़ातब होकर उन्हों ने कहा नारे और तक़रीर से अलैहदा रियासत का क़ियाम मुम्किन नहीं है|

उन्हों ने मज़ीद कहा के रियासत के तमाम जमातों के तलंगाना हामी क़ाइदीन एक प्लेटफार्म के ज़रीया अलैहदा रियासत तलंगाना तहरीक में शिद्दत पैदा करने में अब तक नाकाम हैं और ग़ैर यक़ीनी सूरत-ए-हाल का शिकार भी हैं उन्हों ने मज़ीद कहाकि तलंगाना तहरीक को क़ियादत के हाथों से निकल कर तलंगाना के आम आदमी के हाथों में चले गई है जिस में तलबा वुकला प्रोफेसर्स डॉक्टर्स सरकारी मुलाज़मीन ग़रज़ के हर शोबा-ए-हियात से ताल्लुक़ रखने वाला शख़्स पूरी सरगर्मी के साथ शामिल है लेकिन सयासी क़ाइदीन में बाहमी इत्तिफ़ाक़ की कमी तहरीक के मक़सद में रुकावट बनी हुई है|

उन्होंने कहा के तलंगाना के दानिश्वर आओ ं पर ज़िम्मेदारी आइद होती है के वो तमाम सयासी जमातों के तलंगाना हामी क़ाइदीन को एक प्लेटफार्म पर लाकर अलैहदा रियासत तलंगाना की तहरीक के मक़सद को कामयाब करें इस मौक़ा पर ज़ाहिद अली ख़ान ने दिल्ली में यक्म नवंबर से कोन्डा लक्ष्मण बापू जी की मरण बरत के आग़ाज़ पर उन्हें मुबारकबाद पेश की और कहाकि 96साल की उम्र में बापू जी ने मरण बरत के आग़ाज़ के ज़रीया अलैहदा रियासत तलंगाना के आजलाना क़ियाम का मुतालिबा किया है और उन के इस मरण बरत का मर्कज़ी हुकूमत पर ज़रूर असर पड़ेगा |

उन्हों ने मज़ीद कहाकि इस असना में तलंगाना पर फ़ैसले में मर्कज़ी हुकूमत की ताख़ीर पर अगर कोन्डा लक्ष्मण बापू जी की सेहत बिगड़ती है तो इस की रास्त ज़िम्मेदारी सोनीया गांधी और मनमोहन सिंह पर आइद होगी उन्हों ने दिल्ली मेंमरन बरत के आग़ाज़ को कोन्डा लक्ष्मण बापूजी का अज़ीम कारनामा क़रारद या और कहा के तलंगाना की हिमायत करने वाले सयासी जमातों के क़ाइदीन बापू से जहद लें जिन्हों ने तलंगाना के लिए एक करोड़ रुपय का ट्रस्ट क़ायम किया और अब मरण बरत के ज़रीया हुसूल तलंगाना को यक़ीनी बनाने की जद वजहद में मसरूफ़ हैं जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने कहाकि मज़कूरा ट्रस्ट का एक रुकन मेंभी जिस के क़ियाम के मौक़ा पर उन्हों ने मुझे अपने मकान पर तलब किया और कहा के मेरे बाद इस ट्रस्ट और तलंगाना तहरीक को जारी रखने की ज़िम्मेदारी तुम्हारी है उन्हों ने मज़ीद कहाकि अपसी रस्साकशियों से छोड़कर अलैहदा रियासत तलंगाना तहरीक में तलंगाना हामी सयासी क़ाइदीन की संजीदगी निहायत ज़रूरी है उन्हों ने मज़ीद कहाकि मुख़ालिफ़ीन तलंगाना की जानिब से झूटे प्रोपगंडे किए जा रहे हींका तलंगाना का मुस्लमान तहरीक में शामिल नहीं है|

उन्हों ने मज़कूरा प्रोपगंडों को ग़लत क़रार दिया और कहाकि तलंगाना का सद फ़ीसद मुस्लमान तहरीक में शामिल है जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने मुस्लिम धरने के मुंतज़मीन को भी मुबारकबाद पेश की जिन्हों ने इस एहितजाजी धरने के ज़रीया अलैहदा रियासत तलंगाना तहरीक में शिद्दत पैदा करने की कोशिश की है सदर तलंगाना प्रजा फ्रंट-ओ-इन्क़िलाबी शायर मिस्टर ग़दर ने भी धरने से ख़िताब किया उन्हों ने कहाकि रमज़ान के ईद के मौक़ा पर हमें उम्मीद थी के अलैहदा रियासत तलंगाना का क़ियाम अमल मीनाएगा मगर ऐसा नहीं हुआ अब जबकि बक़रईद का मौक़ा है तो तलंगाना की अवाम पर उम्मीद है |

इस मौक़ा पर तो मर्कज़ी हुकूमत अलैहदा रियासत के क़ियाम का ऐलान करेगी उन्हों ने बताया के तलंगाना के अज़ला के दौरे के मौक़ा पर अवाम पूछ रही है के तलंगाना कब और कैसा हासिल होगा उन्हों ने कहाकि तलंगाना के मुख़ालिफ़ीन बहुत ज़्यादा ताक़तवर और दौलतमंद हैं उन्हों ने तलंगाना के तीन दुश्मनों का तज़किरा करते हुए मल्टीनेशनल कंपनीयां अनधराई सरमाएदार और हमारे अपने असतीन के साँप जो तलंगाना की बात तो करते हैं मगर ऐन वक़्त पर तहरीक को कमज़ोर बनाने की साज़िशें तैय्यार करके हमारी पेट में ख़ंजर घोंपने का काम करते हैं इन तीनों दुश्मनों से मुक़ाबला करने के लिए हमें मुनज़्ज़म वमतहदतोर पर जद्द-ओ-जहद करनी चाहीए उन्हों ने मज़ीद कहाकि मुस्लमानों की तलंगाना तहरीक में अदम शमूलीयत का प्रोपगंडा करने वालों को इस बात का भी एहसास नहीं है के मुत्तहदा रियासत अन्न्धर अप्पर देश के क़ियाम के बाद मुस्लमानों की लाखों एकड़ क़ीमती अराज़ी तबाह करदी गई जबकि इसुफ जाह दौर में इस्तिमाल होने वाला एक छोटा पत्थर भी करोड़ों रूपियों की क़ीमत का था अनधरा के इंज़िमाम के मौक़ा पर करोड़ों रुपय हुकूमत के ख़ज़ाना में मौजूद थे गिंडी पेट जैसे अबी ज़ख़ाइर जिस के ज़रीया अवाम को मुफ़्त पानी सरबराह किया जाता था मगर आज तलंगाना का मुस्लमान किस्म पुर्सी की ज़िंदगी गुज़ारने पर मजबूर है बावजूद इसके तलंगाना के मुस्लमानों को तलंगाना तहरीक से दूर क़रारद यंह ग़लत और झूटा प्रोपगंडा है उन्हों ने मज़ीद कहाकि दो साल तक तलंगाना पर हुक्मरानी करनेवाली क़ौम खाने के लिए मजबूर है मासूम नौनिहाल मज़दूरी करके अपनी भूक मिटा ने की कोशिश कररहे हैं दाढ़ी वाले मुस्लमानों को शक की नज़र से देखा जा रहा है उन्हों ने कहाकि इन तमाम वाक़ियात के ख़ातमा के लिए अलैहदा रियासत तलंगाना का क़ियाम ज़रूरी है उन्हों ने धरने में मौजूद मुस्लमानों से अपील करते हुए कहा के शहर तलंगाना के दीगर ख़तों में जहां पर मुस्लमानों की आराज़ीयात जिन पर हुकूमत क़ाबिज़ है जो हासिल करने के लिए इन अराज़या त पर क़बज़ा कर लें उन्हों ने मज़ीद कहा के तलंगाना प्रजा फ्रंट मुस्लमान का भरपूर साथ देगी उन्हों ने कहा के मुस्लमानों को झंडा और ग़दर का डांडा हुकूमत की नींद हराम करदेगा ग़दर ने मज़ीद कहा के एक रोज़ क़बल इसी मुक़ाम पर जो वसीअ वारीज़ प्रोफ़ैसर को दान्डा राम ने धरने से ख़िताब करते हुए कहाकि सरकारी मुलाज़मीन की2रोज़ा हड़ताल जिस में तमाम शोबों और तबक़ात के शमूलीयत ने मर्कज़ी और रियास्ती हुकूमत को हिलाकर रखदया है उन्हों ने मज़ीद कहा कि तलंगाना मेंअनधरा के इंज़िमाम की मुख़ालिफ़त करने वाले सब से पहली क़ियादत का नाम मौलाना अबोलकलाम आज़ाद है जिन्हों ने पण्डित नहरू को इंज़िमाम से रोकने की बहुत कोशिश की और उन की बात को नज़रअंदाज किए जाने पर वो ब्रहमी के आलम में मीटिंग से उठकर चले गए उन्हों ने मज़ीद कहाकि 69के तहरीक और मौजूदा तलंगाना तहरीक में बहुत फ़र्क़ है उन्हों ने मज़ीद कहा के पार्लीमैंट का मुजव्वज़ा सरमाए इजलास 21नवंबर से शुरू होगा और तो का की जा रही है कि रियास्ती असैंबली का सरमाए इजलास भी इसी वक़्त शुरू होगा लिहाज़ा हम हुकूमतों से अलैहदा रियासत तलंगाना के क़ियाम का बिल पार्लीमैंट में पेश करने का मुतालिबा करते हैं मौलाना हुसैन शहीद मौलाना सय्यद तारिक़ कादरी महबूब आलम ख़ान अलाओ उद्दीन अंसारी ऐडवोकेट नुसरत मुही उद्दीन ने भी धरने से ख़िताब किया जबकि मुहम्मद यूसुफ़ सदर इंसाफ़ ऐम वेद कुमार रत्ना माला मुहम्मद वक़ार अहमद इंडियन यूनीयन मुस्लिम लीग अबदुलसत्तार मुजाहिद निसार अहमद बैग वली अलरहमन ऐडवोकेट सय्यद इफ़्तिख़ार ऐडवोकेट उसमान बिन मुहम्मद अलहाजरी के इलावा तलंगाना हामी मुस्लिम क़ाइदीन और कारकुनों की कसीर तादाद भी इस मौक़ा पर मौजूद थी कनोनीरधरना वजनरल सैक्रेटरी सिंह-ए-अल्लाह ख़ान और शहबाज़ अली ख़ान अमजद सदर महदवीह क़ौमी मूमैंट ने तमाम मेहमानों और शुरका का इस्तिक़बाल और शुक्रिया अदा क्या इस दौरान तलंगाना हामी तहज़ीबी तंज़ीमों की जानिब से तलंगाना पर मबनी गीत और तलंगाना पर रक़्स भी पेश किया गया काबिल-ए-ज़िक्र बात ये रही के तलंगाना जवाइंट ऐक्शण कमेटी सयासी के चीरमन प्रोफ़ैसर को दान्ड राम अपने सर पर टोपी पहने हुए थे