तेलंगाना पर चिदम़्बरम का तबसरा सयासी हिक्मत-ए-अमली ?

हैदराबाद । 2 नवंबर (सियासत न्यूज़) मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम ने ये कहते हुए तेलंगाना के अवाम मैं उमीद की एक किरण पैदा करदी है कि ईद-उल-अज़हा के बाद अलैहदा रियासत तेलंगाना की तशकील के मुतालिबा पर मर्कज़ फ़ैसला करेगा। उन्हों ने बताया कि कांग्रेस हाईकमान ने अंदरून पार्टी मुज़ाकरात का अमल मुकम्मल करलिया है और इमकान है कि आंधरा प्रदेश के सयासी क़ाइदीन का कुल जमाती इजलास बहुत जल्द तलब किया जाएगा।

चिदम़्बरम ने ये तास्सुर देने की कोशिश की है कि महिज़ दुसहरा और ईद-उल-अज़हा की वजह से मर्कज़ को फ़ैसला करने में ताख़ीर होरही है लेकिन हक़ीक़त ये है कि इस से पहले भी चिदम़्बरम ने ही तेलंगाना के ताल्लुक़ से ब्यान देते हुए अपने मौक़िफ़ से इन्हिराफ़ किया था। वाज़िह रहे कि मिस्टर पी चिदम़्बरम 5 नवंबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल नैशनल पुलिस एकेडेमी में आई पी ऐस ओहदेदारों की पासिंग आउट परेड में शिरकत के लिए हैदराबाद का दौरा करने वाले हैं।

इन के तबसरा को सयासी हलक़ों में इसी तनाज़ुर में देखा जा रहा है कि दौरा हैदराबाद के मौक़ा पर तेलंगाना हामीयों की इमकानी गड़बड़ या ख़ललअंदाज़ी रोकने केलिए उन्हों ने फिर एक मर्तबा सयासी हिक्मत-ए-अमली इख़तियार की है। आंधरा प्रदेश कांग्रेस पार्टी उमोर इंचार्ज-ओ-मर्कज़ी वज़ीर-ए-सेहत ग़ुलाम नबी आज़ाद ने रियासत के तमाम हलक़ों से ताल्लुक़ रखने वाले कांग्रेस क़ाइदीन के साथ मुशावरत के बाद अपनी रिपोर्ट हाईकमान को पेश करदी है

लेकिन अभी तक ये वाज़िह नहीं होपाया कि कांग्रेस हाईकमान ने तेलंगाना के ताल्लुक़ से क़तई फ़ैसला किया है। यही वजह है कि दीगर सयासी जमातों बिशमोल तलगोदीशम को ये कहना का मौक़ा फ़राहम होरहा है कि इस अहम मसला पर पहले कांग्रेस को फ़ैसला करना चाआई।

मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम ने ग़ुलाम नबी आज़ाद की रिपोर्ट के हवाला से ये तास्सुर देने की कोशिश की है कि ईद-उल-अज़हा के बाद मर्कज़ी हुकूमत तेलंगाना के ताल्लुक़ से कोई फ़ैसला करेगी लेकिन हालात यही बताते हैं कि इस बारे में क़तई फ़ैसला मर्कज़ के लिए इंतिहाई मुश्किल काम है और काफ़ी वक़्त दरकार होगा क्योंकि वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने ये वाज़िह तौर पर कह दिया है कि तेलंगाना मसला पर इत्तिफ़ाक़ राय पैदा करने की कोशिश की जा रही है।

बावसूक़ ज़राए से पता चला है कि मर्कज़ को इस अहम मसला पर इत्तिफ़ाक़ राय पैदा करने में हनूज़ किसी तरह की कामयाबी नहीं मिली। इस तरह चिदम़्बरम के तबसरा पर कोई भी नतीजा अख़ज़ करना क़बल अज़वक़्त होगा।