टी आर एस के रुक्न असेंबली के टी रामा रावव ने मर्कज़ी वज़ारते दाख़िला की टास्क फ़ोर्स के क़ियाम पर सख़्त एतराज़ किया है। मीडिया से बात करते हुए के टी रामा राव ने कहा कि वज़ारते दाख़िला ने लॉ ऐंड आर्डर और पुलिस से मुताल्लिक़ दीगर इदारों और असासाजात की तक़सीम के सिलसिले में जो टास्क फ़ोर्स तशकील दी है उस में तेलंगाना के ओहदेदारों को नजरअंदाज़ कर दिया गया।
उन्हों ने कहा कि मुत्तहदा आंध्र हामी ओहदेदारों को कमेटी में शामिल करते हुए ये तास्सुर देने की कोशिश की जा रही है कि ये कमेटी ग़ैर जानिबदारी के साथ ख़िदमात अंजाम देगी।
उन्हों ने कहा कि दोनों इलाक़ों के ओहदेदारों की नुमाइंदगी के ज़रीए कमेटी की कारकर्दगी को बेहतर बनाया जा सकता है। उन्हों ने कहा कि टास्क फ़ोर्स ने हैदराबाद पहुंच कर मुख़्तलिफ़ शोबों के ओहदेदारों से मुशावरत का आग़ाज़ कर दिया और ये कमेटी ग्रुप ऑफ़ मिनिस्टर्स को रिपोर्ट पेश करेगी।
ऐसे वक़्त जबकि टास्क फ़ोर्स की टीम हैदराबाद में ला ऐंड आर्डर जैसे हस्सास मसअले का जायज़ा ले रही है, तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले आला ओहदेदारों को मुशावरत के लिए मदऊ ना किया जाना अफ़सोसनाक है।
उन्हों ने कहा कि तेलंगाना से गुज़िश्ता 50 बर्सों के दौरान पुलिस के शोबा में जो नाइंसाफ़ीयां की गई हैं उस की तफ़सीलात पेश करने के लिए तेलंगाना के रिटायर्ड ओहदेदारों को कमेटी के रूबरू तलब किया जाना चाहीए। उन्हों ने कहा कि अगर तेलंगाना ओहदेदारों को नजरअंदाज़ किया गया तो इस कमेटी से तेलंगाना से मुसावी इंसाफ़ की तवक़्क़ो नहीं की जा सकती।
उन्हों ने बताया कि पुलिस के एक आला ओहदेदार वेंकटेश्वरा अपना नाम बदल कर तेलुगु अख़्बारात में मज़ामीन लिख रहे हैं जिस में तेलंगाना और तेलंगाना तहरीक की मुख़ालिफ़त की जा रही है।