तेलंगाना पर सरमाई सैशन से क़बल फ़ैसला के लिए आज़ाद का ज़ोर

हैदराबाद 29 अक्तूबर (सियासत न्यूज़) वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह की क़ियामगाह पर आज कांग्रेस कोर कमेटी का डेढ़ घंटा तक इजलास मुनाक़िद हुआ। मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला मिस्टर पी चिदम़्बरम ने तेलंगाना के इलावा इंतिख़ाबी इस्लाहात पर ग़ौर किए जाने का दावा किया।

इजलास में 20 मिनट ताख़ीर से पहुंचने वाले ग़ुलाम नबी आज़ाद इजलास ख़तम होने से क़बल वापिस हो गए। उन्हों ने हड़ताल से सरकारी मुलाज़मीन की दसतबरदारी और आंधरा प्रदेश की ताज़ा सूरत-ए-हाल पर रिपोर्ट पेश करते हुए पार्लीमैंट के सरमाई सैशन से क़बल फ़ैसला करने पर ज़ोर दिया। कौर कमेटी के आइन्दा इजलास में क़तई फ़ैसला से तमाम क़ाइदीन ने इत्तिफ़ाक़ किया।

आज के इजलास में मर्कज़ी वज़ीर-ए-सेहत मिस्टर ग़ुलाम नबी आज़ाद और मर्कज़ी वज़ीर-ए-क़ानून सलमान ख़ुरशीद को ख़ास तौर पर मदऊ किया गया था, क्योंकि वो कोर कमेटी के अरकान नहीं हैं। इजलास में सदर कांग्रेस सोनीया गांधी, वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह, मर्कज़ी वुज़रा परनब मुकर्जी, ए के अनटोनी, पी चिदम़्बरम के इलावा सोनीया गांधी के सयासी मुशीर मिस्टर अहमद पटेल ने भी शिरकत की।

इजलास के बाद मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला मिस्टर पी चिदम़्बरम ने कहा कि तेलंगाना के इलावा इंतिख़ाबी इस्लाहात पर भी गुफ़्तगु हुई है। पार्टी ज़राए ने बताया कि आइन्दा साल उत्तरप्रदेश में होने वाले आम इंतिख़ाबात और कश्मीर में फ़ौज से दसतबरदारी के मसला पर भी ग़ौर किया गया। उत्तरप्रदेश में इंतिख़ाबात और इंतिख़ाबी इस्लाहात पर मिस्टर सलमान ख़ुरशीद से राय हासिल की गए। ग़ुलाम नबी आज़ाद कश्मीर के साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर हैं और आंधरा प्रदेश कांग्रेस उमूर के इंचार्ज भी हैं। उन्हों ने दोनों मौज़ूआत पर अपनी राय पेश की।

ज़राए ने बताया कि कोर कमेटी के इजलास में 20 मिनट ताख़ीर से आज़ाद को तलब किया गया और इजलास ख़तम होने से क़बल वो वज़ीर-ए-आज़म की क़ियामगाह से वापिस हो गए। ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि सरकारी मुलाज़मीन 42 दिन के बाद आम हड़ताल से दस्तबरदार हुए हैं, अब आंधरा प्रदेश में हालात तेज़ी से मामूल पर आरहे हैं। चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी 2 नवंबर से रियासत में रिचा बंडा प्रोग्राम का आग़ाज़ कर रहे हैं, ताहम 21 नवंबर को शुरू होने वाले पार्लीमैंट के सरमाई सैशन से क़बल तेलंगाना पर रोड मयाप का ऐलान करदेना ज़रूरी है।

इस मसला को मज़ीद तूल देने से आंधरा प्रदेश में हुकूमत और पार्टी पर अवामी एतिमाद ख़तम हो सकता है। ज़रूरत हो तो कांग्रेस वर्किंग कमेटी का इजलास तलब करते हुए कोई फ़ैसला किया जाई। तेलंगाना पर फ़ैसला से उत्तरप्रदेश के आम इंतिख़ाबात पर इमकानी असर का भी जायज़ा लिया गया, क्योंकि चीफ़ मिनिस्टर उत्तरप्रदेश मायावती ने उत्तरप्रदेश में तीन छोटी रियास्तें तशकील देने का वज़ीर-ए-आज़म को मकतूब रवाना करते हुए मुतालिबा किया है, जिस के जवाब में उत्तरप्रदेश कांग्रेस कमेटी के इजलास में छोटी रियास्तों की तशकील का जायज़ा लेने के लिए सकनडर ऐस आर सी तशकील देने की क़रारदाद मंज़ूर करते हुए फ़ैसला की कापी सदर कांग्रेस मिसिज़ सोनीया गांधी को रवाना की गई है।आइन्दा इजलास में तेलंगाना मसला को दुबारा ज़ेर-ए-बहिस लाने का फ़ैसला किया गया।