पार्लीयामेंट में तेलंगाना बिल की मंज़ूरी की सूरत में क्या टी आर एस अपने साबिक़ा त्यक्क़ुन के मुताबिक़ कांग्रेस में ज़म हो जाएगी? मर्कज़ी काबीना की जानिब से तेलंगाना मुसव्वदा बिल को सदर जम्हूरीया को रवाना किए जाने के बाद ख़ुद टी आर एस हल्क़ों में इस मसअले पर मुबाहिस का आग़ाज़ हो चुका है।
बताया जाता है कि आइन्दा आम इंतिख़ाबात के लिए फ़ंड्ज़ की कमेटी टी आर एस क़ाइदीन को कांग्रेस में इंज़िमाम के हक़ में राय हमवार करने पर मजबूर कर रही है।
अगर्चे टी आर एस के सरब्राह चंद्रशेखर राव ने इंज़िमाम के इमकानात को मुस्तरद कर दिया है ताहम टी आर एस के कई अरकाने असेंबली और सीनियर क़ाइदीन चाहते हैं कि अलैहदा रियासत की तशकील की सूरत में पार्टी को कांग्रेस में ज़म करना ही बेहतर होगा।
उन का कहना है कि तेलंगाना रियासत में तन्हा आम इंतिख़ाबात में हिस्सा लेने की सूरत में पार्टी को फ़ंड्ज़ की कमी का सामना करना पड़ेगा। क़ाइदीन का ख़्याल है। दूसरी तरफ़ पार्टी के दौलतमंद क़ाइदीन इंज़िमाम के मुख़ालिफ़ हैं।
बताया जाता है कि बाअज़ क़ाइदीन ने पार्टी सरब्राह को पेशकश किया है कि वो इंतिख़ाबी मुहिम के अख़राजात के लिए भारी रक़ूमात का इंतेज़ाम कर सकते हैं।
इत्तिलाआत के मुताबिक़ एक क़ाइद ने तो उन्हें तेलंगाना का चीफ़ मिनिस्टर बनाने की ज़मानत दिए जाने पर सारा इंतिख़ाबी ख़र्च बर्दाश्त करने का पेशकश किया है।