तेलंगाना बिल मुबाहिस पर मर्कज़ी विज़ारते दाख़िला की मुसलसल नज़र

वज़ारते दाख़िला रियासत की तक़सीम से मुताल्लिक़ आंध्र प्रदेश तंज़ीम जदीद मुसव्वदा बिल 2013 पर असेंबली और कौंसिल में जारी मुबाहिस और तनाज़ा पर नज़र रखे हुए है। सदर जम्हूरीया ने रियासत की तक़सीम पर ऐवान की राय हासिल करने मुसव्वदा बिल असेंबली को रवाना किया लेकिन पहले ही दिन से मुबाहिस तनाज़ा का शिकार हैं।

सीमा आंध्र अरकान की जानिब से वक़्तन फ़वक़्तन मुख़्तलिफ़ क़वाइद का हवाला दे कर बिल में ख़ामीयों को उजागर किया जा रहा है। हुकूमत की दरख़ास्त पर सदर जम्हूरीया ने मुबाहिस की मयाद को 23 जनवरी से बढ़ा कर 30 जनवरी कर दिया जिस के बाद चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने बिल को वापिस करने की नोटिस दे कर वज़ारते दाख़िला को हैरत में डाल दिया है।

इत्तिलाआत के मुताबिक़ वज़ारते दाख़िला के ओहदेदार रोज़ाना असेंबली और कौंसिल सेक्रेट्रीज़ से रुवेदाद हासिल कर रहे हैं ताकि अरकान के एतराज़, नक़ाइस का जायज़ा लिया जा सके।

बताया जाता है कि वज़ारते दाख़िला मज़ीद मोहलत के हक़ में नहीं है जबकि चीफ़ मिनिस्टर ने मज़ीद चार हफ़्तों की मोहलत की दरख़ास्त के साथ सदर जम्हूरीया को मकतूब रवाना किया है। ज़राए के मुताबिक़ मकतूब पर सदर जम्हूरीया वज़ारते दाख़िला से मुशावरत के बाद क़तई फ़ैसला करेंगे।