मरकज़ी हुकूमत ने तेलंगाना बिल पर पीर के रोज़ सदर जम्हूरिया प्रणब मुखर्जी की मंजूरी मिलने के बावजूद आज इसे राज्यसभा में पेश नहीं करेगा। इस बिल की नौइयत को लेकर यूपीए के अंदर इख्तेलाफात है और इसलिए हुकूमत ने इसे राज्यसभा में पेश करने की बजाए इस पर वज़ारत कानून की राय मांगी है। राज्यसभा सेक्रेटेरियट ने वज़ारत कानून से राय मांगा है कि तेलंगाना बिल रकमी बिल (money bill) है या नहीं।
वज़ारत कानून अगर राय देता है कि यह रकमी बिल है, तो तेलंगाना बिल को पहले लोकसभा में पेश किया जाएगा।
आंध्रप्रदेश की तक्सीम से मुताल्लिक इस बिल को सदर जम्हूरिया प्रणब मुखर्जी की मंजूरी मिलने के बाद आज इसे राज्यसभा में पेश किए जाने के इम्कान थे।
सरकारी ज़राये ने पीर की रात कहा कि वज़ारत कानून की राय अगर यह है कि यह बिल रकमी बिल नहीं है तो बुधवार को इसे राज्यसभा में पेश किया जा सकता है।
वज़ारत ए दाखिला के ओहदेदारों ने कहा कि आंध्रप्रदेशनौ तश्कील बिल को मरकज़ी काबीने ने मंजूरी दे दी, लेकिन असेम्बली ने इसे खारिज कर दिया। अब सदर जम्हूरिया की मंजूरी के साथ इसे वापस वज़ारत ए दाखिला के पास भेजा गया है।