तेलंगाना मसले पर कांग्रेस का अंदरून एक माह अहम फ़ैसला मुतवक़्क़े

नई दिल्ली 03 जून: आंध्र प्रदेश में कांग्रेस से अलहेदगी इख़तियार करते हुए तेलंगाना राष़्ट्रा समीती ( टी आर एस) में शामिल होने वाले क़ाइदीन पर तन्क़ीद करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि इन( कांग्रेस) क़ाइदीन ने तेलंगाना काज़ के लिए नहीं बल्के आने वाले चुनाव में अपने बेटों और दुसरे अरकान ख़ानदान को टिक्टों की फ़राहमी यक़ीनी बनाने और दुसरे शख़्सी मुफ़ादात के तहत कांग्रेस से अलग हुए है।

ए आई सी सी के जनरल सेक्रेटरी और आंध्र प्रदेश में कांग्रेस के तंज़ीमी उमोर के इंचार्ज ग़ुलाम नबी आज़ाद ने आज कहा कि तेलंगाना के हस्सास मसले पर अंदरून एक माह किसी फ़ैसले का एलान किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि ये बड़ी बदबख़ती की बात हैके आज जो लोग दुसरे जमातों में शामिल होरहे हैं वो महिज़ सियासत को कारोबार बनाने की ग़रज़ से इन्फ़िरादी हैसियत से शामिल होरहे हैं।

कांग्रेस लीडर और साबिक़ सदर प्रदेश के केशव राव‌ और दो अरकान-ए-पार्लीमैंट मंदा जगना थम और जी वीवीक अलहदा तेलंगाना रियासत के क़ियाम के लिए तहरीक चलाने वाली जमात टी आर एस में शमूलीयत के लिए पिछ्ले हफ़्ते कागनरीस से मुस्ताफ़ी होगए थे लेकिन मर्कज़ी वज़ीर-ए-सेहत ग़ुलाम नबी आज़ाद इन तीनों के पार्टी से चले जाने का कोई असर नहीं लिया और इस फ़ैसले की परवाह किए बगै़र उन्हों ( मुनहरिफ़ क़ाइदीन) ने टी आर एस क़ियादत के साथ सौदे बाज़ी की है।

इस सौदा बाज़ी के तहत जो भी ( कांग्रेस से ) मुस्ताफ़ी होरहे हैं ख़ाह एम पी हो कि साबिक़ एम पी उन्हें एम पी के टिकट मिलेंगे और उनके बच्चों को एम एलए के लिए टिक्टस दिए जाऐंगे।

आज़ाद ने कहा कि वो लोग तेलंगाना के लिए नहीं बल्के ख़ुद अपने ज़ाती मुफ़ाद के लिए मुस्ताफ़ी हुए हैं। ग़ुलाम नबी आज़ाद ने जो एन डी टी वी से बातचीत कररहे थे कहा कि में नहीं समझता कि वो लोग सियासतदां कहिलाय जाने के अहल-ओ-मुस्तहिक़ हैं।