नई दिल्ली 04 जनवरी :तेलंगाना मसले पर कुल जमाती मीटिंग के फ़ौरी बाद कांग्रेस की सदर सोनिया गांधी ने अब इस मसले पर पार्टी केसीनियर क़ाइदीन के साथ तबादला ख़्याल किया है ताके जिस तरह एक माह में इस मसले पर फैसला करने का वाअदा किया गया है इस के मुताबिक़ किसी क़तई फैसले पर पहूँचा जा सके ।
सोनिया गांधी ने वज़ीर दाख़िला सुशील कुमार शनडदे उन के पेशरू पी चिदम़्बरम के अलावा मर्कज़ी वुज़रा ग़ुलाम नबी आज़ाद और वेलार रवी से भी तबादला ख़्याल क्या ।
ग़ुलाम नबी आज़ाद और वेलार रवी आंध्र प्रदेश में कांग्रेस उमूर के ज़िम्मेदार हैं। कुल हिंद कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी डग वजए सिंह भी इस मीटिंग में मौजूद थे । सिंह भी पहले रियासत में कांग्रेस उमूर के निगरान रह चुके हैं। वज़ीर दिफ़ा ए के अनटोनी और कांग्रेस सदर के सयासी मुशीर अहमद पटेल भी एक घंटे तक हुए इस मीटिंग में शरीक थे जिस से इशारा मिला है कि पार्टी ने तेलंगाना के हस्सास और अहम तरीन मसले पर किसी फैसले पर पहूंचने के लिए अपनी कोशिशें तेज़ करदी हैं।
ये मीटिंग एसे वक़्त में मुनाक़िद हुवि है जबके तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले कांग्रेस अरकान पार्ल्यमंट का कल ही हैदराबाद में मीटिंग मुनाक़िद हुवि था ।
हैदराबाद के इजलास में कांग्रेस क़ाइदीन ने मुस्तक़बिल के लायेहा-ए-अमल पर ग़ौर-ओ-ख़ौज़ किया ताकि मर्कज़ पर दबाव डाला जा सके के वो मसला तेलंगाना के ताल्लुक़ से कोई मुवाफ़िक़ फैसला करसके ।
कांग्रेस हाईकमान को आंध्र प्रदेश में तेलंगाना समेत कई मसाइल का सामना है । आंध्र प्रदेश वो वाहिद बड़ी रियासत है जहां पार्टी अपने बलबूते पर इक़तिदार में है ।
कांग्रेस तर्जुमान राशिद अलवी ने कल हैदराबाद में सहाफ़ीयों से बात चीत करते हुए कहा था के तेलंगाना का मसला अलैहदा रियासतों के दूसरे मुतालिबात से क़दरे मुख़्तलिफ़ है ।
उन्हों ने कहा था कि अलैहदा रियासतों की तशकील के मुतालिबा को तेलंगाना से मरबूत नहीं किया जाना चाहीए । इस से आंध्र प्रदेश में गलतफहमियां पैदा होती हैं।
उन्हों ने कहा था कि तेलंगाना का मसला हस्सास नवीत का है । सीनियर वुज़रा से सोनिया गांधी की आज मुशावरत इस पस मंज़र में हुई है जबके वज़ारत-ए-दाख़िला का कुल मीटिंग होने वालि है जिस में मुल्क में ख़वातीन के तहफ़्फ़ुज़ पर तबादला ख़्याल होगा।