तेलंगाना बिल की मुखालिफत में पीर के रोज़ भी पार्लियामेंट में जमकर हंगामा हुआ। तेलंगाना के हामी और मुखालिफ एमपी के हंगामे की वजह से पार्लियामेंट के दोनों ऐवानों में कार्यवाही रोकनी पडी और लोकसभा मंगल तक के लिए मुल्तवी कर दी गई तो असेम्बली टीडीपी एमपी ने बैनर लेकर असेम्बली में हंगामा किया। इस दौरान स्पीकर पर पेपर भी उछाले गए। आंध्र प्रदेश से अलग रियासत तेलंगाना की तश्कील की मुखालिफत कर रहे एमपी हंगामा करते हुए स्पीकर की सीट तक आ पहुंचे।
एहतिजाजी मुज़ाहिरा इस कदर बेकाबू हुआ कि उन्होंने स्पीकर का माइक तक तोड दिया। रूक्ने असेम्बली ने हमें मुत्तहदा आंध्र प्रदेश चाहिए के नारे लिखी हुई तख्तियां लेकर ऐवान को मुल्तवी करने के लिए दबाव भी बनाया।
कार्यवाही जब दोपहर 12 बजे दोबारा से शुरू हुई, तो आंध्र प्रदेश से कांग्रेस और तेलुगू देश पार्टी के सांसदों ने स्पीकर की सीट के सामने आकर मुत्तहदा आंध्र प्रदेश की ताइद में नारे लगाए।
इस बीच एआईएडीएमके लीडर वी. मैत्रेयन ने कुछ दस्तावेज फाड़ डाले, जिसमें ऐवान की कार्यवाहियों के तसील शाय थे। मैत्रेयन को स्पीकर का माइक्रोफोन भी खींचते देखा गया। इस बीच नायब स्पीकर पी.जे. कुरियन ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए मुल्तवी कर दी।
ऐवान की कार्यवाही फिर से शुरू होते ही मैत्रेयन ने फिर माइक्रोफोन खींच लिया और सीट के सामने पड़े कुछ कागजात फाड़ डाले। उन्हें असेम्बली के मुलाज़मीन ने रोका।इसके बाद कुरियन ने ऐवान की कार्यवाही पूरे दिन के लिए मुल्तवी कर दी।
हुकूमत मंगल के रोज़ तेलंगाना बिल को असेम्बली में पेश करने वाली है। ज़राये का कहना है कि सेशन शुरू होने से लेकर अब तक ऐवान की कार्यवाही में रुकावटें करने के लिए दस रूक्ने असेम्बली के खिलाफ तादीबी कार्रवाई हो सकती है।
मरकज़ी वज़ीर फारूक अब्दुल्ला का कहना है कि तेलंगाना मामले को सही तरीके से हैंडल नहीं किया गया।
उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि यह बेहद गलत सिम्त में चला गया। अगर आंध्र प्रदेश के लोग रियासत का बंटवारा नहीं चाहते हैं और विधानसभा इस बंटवारे को नामंजूर कर चुकी है, तो हमें इस मसले को पार्लियामेंट में आगे नहीं ले जाना चहिए। अब्दुल्ला ने कहा कि जब जुमे के रोज़ कैबिनेट ने तेलंगाना बिल पास किया, तो वह गैर हाज़िर रहे।
अलाहिदा तेलंगाना को लेकर नेशनल कांफ्रेंस की मुखालिफत ऐसे वक्त में सामने आयी है जब पार्टी एमपी में भाजपा को बिल की ताईद करने के लिए मना रही है। ज़राये का कहना है कि कांग्रेस के कई सिनीयर लीडर भाजपा के लीडरों से मुलाकात कर रहे हैं।
आपको बता दें कि तेलंगाना बिल को कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है। हुकूमत का इसी सेशन में तेलंगाना बिल पास कराने पर जोर है। संसद में हंगामे की वजह से कई अहम बिल पहले से ही अटके पडे हैं। ऐवान की कार्यवाही दोपहर तक मुल्तवी रहने के बाद जब दोबारा शुरू हुई तो रियासत की तक्सीम की मुखालिफत कर रहे आंध्र प्रदेश के एमपी फिर से नारेबाजी करने लगे।
इसे देखते हुए स्पीकर मीरा कुमार ने ऐवान की कार्यवाही मंगल तक के लिए मुल्तवी कर दी।