तेलंगाना में दलित मुस्लिम इत्तिहाद के ज़रीए नए सियासी प्लेटफार्म का मश्वरा

तेलंगाना हामी सीनियर जहदकार डॉक्टर कोलीवरी चिरंजीवी ने मुजव्वज़ा तेलंगाना रियासत की तरक़्क़ी और फ़िर्कावाराना अहम आहंगी की बहाली के लिए नई सियासी सफ़ बंदीयों को लाज़िमी ठहरया और पसमांदगी का शिकार पिछड़े तबक़ात और मुसलमानों के मुत्तहदा सियासी प्लेटफार्म को तेलंगाना की बेमिसाल तरक़्क़ी में मुआविन क़रार दिया उन्हों ने कहा कि सेक्युलर ज़हन के हामिल समाजी जहदकारों और तेलंगाना हामीयों का एक ग्रुप मुसलसल इस बात की कोशिश में मसरूफ़ है तेलंगाना रियासत में दलित मुस्लिम इत्तिहाद के ज़रीए एक नया सियासी प्लेटफार्म तैयार किया जाए ताकि इलाक़ा तेलंगाना में समाजी मुसावात पसमांदगी का शिकार तमाम तबक़ात को तरक़्क़ी के यकसाँ मवाक़े की फ़राहमी को यक़ीनी बनाया जा सके।

1969 तेलंगाना मुवमेंट फाउंडर्स फ़ोरम के को कन्वीनर डॉक्टर चिरंजीवी ने कहा कि फ़िर्कापरस्त ताक़तों ने मुत्तहदा रियासत आंध्र प्रदेश के क़ियाम के बाद इलाक़ा तेलंगाना में पिछड़े तबक़ात और मुसलमानों के दरमयान दूरियां पैदा करने की ग़रज़ से फ़िर्क़ा वारना मुनाफ़िरत को अपना हथियार बनाया।

उन्होंने कहा कि आन्राक ई हुक्मरानों ने क़ुतुब शाही और आसिफ़ जाहि दौरे हुकूमत की तारीख़ को तोड़ मरोड़ कर पेश करते हुए मुस्लिम हुक्मरानों के ख़िलाफ़ नफ़रत का माहौल पैदा किया ताकि तेलंगाना के दीगर तबक़ात में मुसलमानों के ख़िलाफ़ ज़हर अफ़्शानी का उन्हें मौक़ा मिल सके।

डॉक्टर चिरंजीवी ने कहा कि मुत्तहदा रियासत आंध्र प्रदेश के क़ियाम का सब से ज़्यादा नुक़्सान इलाक़ा तेलंगाना के मुसलमानों को हुआ। उन्हों ने मज़ीद कहा कि 1948 के बाद से लेकर अब तक मुसलमानों को मुख़्तलिफ़ साज़िशों के तहत हिरासाँ वो परेशान किया जाता रहा।

उन्हों ने कहा कि तकसीमे हिंद माबाद पुलिस ऐक्शन के ज़रीए तेलंगाना के मुसलमानों का अर्सा हयात तंग कर दिया गया। उन्हों ने कहा कि दानिश्वरों का एक प्रेशर ग्रुप भी तैयार किया जाएगा जो तेलंगाना रियासत में मुसलमानों को आबादी के तनासुब से तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने के लिए सियासी जमातों पर दबाव बढ़ाने का काम करेगा।