यादाद्री भुवनगिरी : तेलंगाना के बोम्मलरामारम मंडल क्षेत्र का हाजीपुर गांव आजकल पूरे तेलंगाना में चर्चा का विषय बना हुआ है और यह एक के बाद एक मिलती लाश या कंकाल के कारण उत्तर प्रदेश के निठारी कांड जैसा प्रतीत हो रहा है।
हाजीपुर गांव में आज एक और छात्रा का कंकाल मिला है। यह कंकाल चार साल से लापता कल्पना का बताया जा रहा है। यह कंकाल एक कृषि कुएं में मंगलवार को जांच पड़ताल के दौरान मिले हैं।
आपको बता दें कि 15 दिनों से लापता डिग्री छात्रा मनीषा के शव के कंकाल कल उसी कुएं पाये गये, जहां 27 अप्रैल को नौवीं कक्षा की छात्रा श्रावणी का शव मिला था।
गौरतलब है कि गत 27 अप्रैल को नौवीं कक्षा की छात्रा श्रावणी (14) का शव जिस कुएं में पाया गया था, सोमवार को उसी कुएं में एक और डिग्री छात्रा मनीषा के शव के कंकाल पाये गये। हाजीपुर में एक साथ तीन छात्रों शव पाये जाने से पूरा इलाका दहल उठा है।
पुलिस ने इस मामले में संदेह के आधार पर श्रीनिवास रेड्डी के साथ 15 लोगों को हिरासत में लिया है। पता चला है कि हिरासत में लिये गये श्रीनिवास रेड्डी और अन्य द्वारा दी गई जानकारी के बाद ही तीनों छात्राओं के हत्या का खुलासा हुआ है।
मगर मनीषा के माता पिता ने बेटी के लापता होने की थाने में शिकायत दर्ज नहीं की। क्योंकि वे समझ बैठे की उनकी बेटी ने किसी के साथ शादी कर ली होगा और कहीं पर चली गई होगी। यह भी समझ बैठे कि आज नहीं तो कल बेटी लौटकर आएंगी। जब उनकी बेटी की हत्या की खबर सुने तो उनको गहरा धका लगा है।
इसी क्रम में इसी गांव की एक और छठवीं कक्षा कल्पना भी साल 2015 से लापता है। कल्पना के माता पिता को डर सताने लगा है कि कहीं उनकी बेटी कल्पना की भी हत्या कर दी गई है। मंगलवार को कल्पना का शव के कंकाल भी पाये गये है। इसके चलते कल्पना के माता-पिता के होश ही होड़ गये।
दूसरी ओर इन मामले के मुख्य आरोपी श्रीनिवास रेड्डी इसी गांव का निवासी है। वह ड्रग्स का आदी है। वह गांव में आवारा घुमता फिरता था। इसी क्रम में उसने कुछ लोगों के साथ मिलकर एक आवारा गैंग बना लिया। श्रीनिवास रेड्डी के ईशारे पर इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दिया जाना आरंभ किया है।
राचकोंडा आयुक्त महेश भगवत घटनास्थल के पहुंचकर स्वयं छात्राओं की हत्याओं की जांच कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों के साथ घटना की समीक्षा की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिया है।
आपको बता दें कि श्रावणी एक निजी स्कूल में पढ़ रही थी। स्कूल में स्पेशल क्लास होने की बात बताकर घर से बाहर चली गई। मगर काफी देर तक नहीं आने से उसके माता-पिता ने खोजबीन आरंभ की। मगर कहीं पर भी उसका पता नहीं चला। इसके बाद अभिभावकों ने पुलिस थाने में श्रावणी के लापता होने की शिकायत दर्ज की।
इसी क्रम में पुलिस को गांव के एक कुएं के पास श्रावणी का स्कूल बैग दिखाई दिया। इसी के आधार पर कुएं में देखने पर छात्रा शव पाया गया। श्रावणी के शरीर पर अनेक जख्म पाये गये। पुलिस ने संदेह व्यक्त किया किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसकी हत्या करने के बाद शव को कुएं फेंक दिया।
तीनों छात्राओं की हत्याओं की घटनाओं से हाजीपुर और आसपास के इलाके दहशत फैल गया है। आस पास के लोग हाजीपुर की ओर कूच कर रहे है।
इसी क्रम में गुस्साये हाजीपुर और आस पास गांव के लोगों ने मंगलवार को सुबह आरोपी श्रीनिवास रेड्डी के मकान को आग लगा दी। हाजीपुर गांव में तनाव है। बड़े पैमान पर पुलिस तैनात किया गया है।
अपराध कबूल
पुलिस की पूछताछ में श्रीनिवास रेड्डी ने तीनों छात्राओं की बलात्कार के बाद के हत्या किये जाने की बाद कबूल किया है। आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में यह भी बताया कि पहले वो छात्रों को बाइक पर लिफ्ट देता था। इस तरह छात्रों को विश्वास में लेता था। मौका मिलते ही छात्राओं के साथ पहले बलात्कार करता और उसके बाद हत्या करके कुएं में फेंक देता था।