हैदराबाद: शहर हैदराबाद मिठाईयों का एक बड़ा केंद्र माना जाता है। तेलंगाना सरकार ने पहली बार विश्व सूइट फेस्टिवल का आयोजन किया है जिसमें 15 देशो की 25 राज्यों के स्टालस के ज़रीया मिठाईयों के एक हज़ार प्रकार प्रस्तुत किए गए हैं। मिठाई का नाम आते ही मुँह में पानी आता है।
तेलंगाना सरकार ने हैदराबाद के स्वाद को देखते हुए विश्व सूइट फेस्टिवल का यहां आयोजन किया है। इस फेस्टिवल में मिठाईयों के तक़रीबन एक हज़ार प्रकार रखे गए हैं। यहां जो स्टालस लगाए गए हैं इन में तुर्की, ईरान, अफ़्ग़ानिस्तान ,फ़्रांस , ब्राज़ील, कोरिया, चीन के स्टालस भी शामिल हैं। इन स्टालस में क़ीमतें आम आदमी की ख़रीद के मुताबिक़ रखी गई हैं।
विदेशी देशों के स्टालस में तुर्की के स्टालस पर सबसे ज़्यादा भीड देखी गई। जहां ”तुर्की डेलेशीस’ के तहत 21मज़े-दार मिठाईयों पर लोग टूट पड़े हैं। इस फेस्टिवल में देश के विभिन्न राज्य के लड्डू पसंद किए गए हैं। तेलंगाना के तिल के लडडू,केरल के खोपरे के लडडू, पंजाबी लडडू, रबड़ी, गुलाब जामुन, बंगाल के रस गुले , बेसन के लडडू, फली के लडडू, खजूर के लडडू ,ड्राई फ़रुट के लडडू, बिहार की पंजरी, पंजाब की लस्सी, अलसी की पुनी, तमिलनाडू वक्र नाटक के बाजरा लडडू,हैदराबाद के कलाकंद ,अजमेरी कलाकंद , काजू की बर्फ़ी, अंजीर की पट्टी, सून पट्टी ,मैसूर पाक, गुजरात की जेलबी ,गुजरात के लडडू, राजस्थानी मिठाईयों के कई प्रकार , इस फेस्टिवलरखे गए हैं। हैदराबाद में डायबिटीज की कई बड़ी संख्य है लेकिन मिठाई के सामने ये कोई रुकावट नहीं है।