तेलंगाना में मुस्लिम संघठनो की मांग ,कुर्बानी के जानवर सरकार हमें मुहैय्या कराये

सूफी अकादमी, सुन्नी उलेमा बोर्ड, ऑल इंडिया मुस्लिम लीग, अवामी मजिलिस अमल, तेलंगाना माइनॉरिटी स्टेट फोरम और सुन्नी उलेमा काउंसिल ने लेटर लिखकर सरकार से निवेदन किया है कि पशुओं की बिक्री एक तय व्यवस्था के तहत कराई जाए ताकि व्यापारियों को कोई परेशान ना कर सके .

इन संगठनों की तरफ से कहा गया, ‘हम चाहते हैं कि पूरे प्रदेश में पशुओं की बिक्री पशुपालन विभाग की ओर से अलग-अलग काउंटर्स बनाकर उसी तर्ज पर की जाए जैसे ईद-उल-फितर के मौके पर विजया डेयरी के ज़रिए दूध की ब्रिकी की जाती है इससे सभी संगठन संतुष्ट रहेंगे और पुलिस पर भी दबाव कम होगा’

कानूनी तौर पर कुर्बानी के लिए बैल, भैंस और भेड़ की ही इजाजत है लेकिन पिछले कुछ सालों से गायों का अवैध परिवहन और उस पर होने वाला विवाद पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है

सूफी अकादमी के जनरल सेक्रटरी मौलाना सैयद तारक ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘हमने समुदाय के लोगों को इस मामले में संवेदशील बनने की हिदायत देते हुए कहा कि वो गाय या किसी भी ऐसे पशु की कुर्बानी ना दें जिसकी कानूनी इजाजत ना हो