सीमा आंध्र में पार्टी की अवामी मक़बूलियत को साबित करने के बाद वाई एस आर कांग्रेस पार्टी क़ियादत ने तेलंगाना पर तवज्जा मर्कूज़ की है। आंध्र प्रदेश की तक़सीम के फ़ैसला के बाद अंदेशा ज़ाहिर किया जा रहा था कि वाई एस आर कांग्रेस पार्टी सीमा आंध्र तक महदूद हो जाएगी और तेलंगाना में उसे अपने वजूद का एहसास दिलाने जद्दो जहद करनी पड़ेगी।
लेकिन ग़ैर मुतवक़्क़े तौर पर तेलंगाना में भी वाई एस आर कांग्रेस पार्टी को अवाम की ज़बरदस्त ताईद हासिल हो रही है। आँजहानी वाई एस राज शेखर रेड्डी के दौरे हुकूमत में मुख़्तलिफ़ तबक़ात की तालीमी और मआशी तरक़्क़ी और ग़रीब ख़ानदानों के लिए शुरू कर्दा मुनफ़रद स्कीमात का असर आज भी तेलंगाना अवाम में देखा जा रहा है।
रियासत की तक़सीम के साथ ही तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले जिन क़ाइदीन ने वाई एस आर कांग्रेस पार्टी से अलाहिदगी अख़्तियार की, अब उन्हें पार्टी के हक़ में अवामी ताईद देखते हुए अपने फ़ैसला पर अफ़सोस हो रहा है।
सियासी तजज़िया निगारों के मुताबिक़ हल्क़ा लोक सभा सिकंदराबाद और इस के तहत असेंबली हल्क़ों में अक़लीयत, ईसाई और सीमा आंध्र राय देहिन्दों के सबब हैरत अंगेज़ नताइज बरामद होंगे।