तेलंगाना में वित्तीय संकट! सरकारी कर्मचारियों को आधा वेतन देने पर ग़ौर

हैदराबाद 14 नवंबर:चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के चंद्रशेखर राव ने पांच सौ और एक हजार रुपये के नोटों की मंसूख़ी मर्कज़ के फ़ैसला से तेलंगाना हुकूमत को दरपेश संगीन मालीयाती बोहरान के पेशे नज़र मुख्य सचिव राजीव शर्मा और विभाग वित्त के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक आयोजित की और राज्य के वित्त पर बड़ी नोटों की समाप्ति के प्रभाव की समीक्षा की।

बहुत सा लेन-देन रुक जाने की वजह से आमदनी कमाने वाले तमाम मह्कमाजात की आमदनी में काफ़ी कमी हुई है। मालूम हुआ है कि चीफ़ मिनिस्टर ने चीफ़ सेक्रेटरी और महिकमा फाइनैंस के ओहदेदारों से कहा कि वो सरकारी मुलाज़मीन को इस माह की सिर्फ नसफ़ तनख़्वाह लेने के लिए तैयार करें क्युंकि हालात का तक़ाज़ा यही है।

हुकूमत को तनख़्वाहें और पेंशन अदा करने हर माह 2 हज़ार पाँच सौ करोड़ रुपए और कर्ज़ों पर सूद की अदायगी के लिए एक हज़ार एक सौ करोड़ रुपये की ज़रूरत पड़ती है। हुकूमत इमकान है कि इस माह बैंक्स को सूद की अदायगी नहीं कर सकेगी।