तेलंगाना में 12 फ़ीसद मुस्लिम आबादी के बावजूद 0.4 फ़ीसद सरकारी मुलाज़िमतें

हैदराबाद 29 सितंबर: ख़्वाहिश से कामयाबी नहीं मिलती बल्कि कोशिश से कामयाबी हासिल होती है। तेलंगाना के मुस्लमान अब इस अंदाज़फ़िक्र से तहफ़्फुज़ात केलीये जारी ’’सियासत की तहरीक‘‘ से जुड़ रहे हैं और जद्दोजहद के ज़रीये कामयाबी हासिल करने का जज़्बा रखते हुए आगे बढ़ रहे हैं।

मुस्लमानान तेलंगाना इंतख़ाबी मनशूर और अपनी तक़रीर में चीफ़ मिनिस्टर की तरफ से किए गए वादे को पूरा करने और तक़रुरात से पहले 12 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात पर अमल आवरी का मुतालबा कररहे हैं। तहफ़्फुज़ात की सूरत में अपने दसतूरी हक़ केलीये मुस्लमानों की तरफ से जारी मुहिम जो ’सियासत‘ की तरफ से चलाई जारही है अब एक ज़बरदस्त तहरीक की शक्ल इख़्तयार करगई है।

इम्तेहान की आख़री तारीख़ में तोसी केलीये मुतालबा करने वाले मुस्लमान अब मुतहिदा तौर पर तहफ़्फुज़ात केलीये ज़ोर दे रहे हैं ताके तालीमी और रोज़गार के मैदान में अपनी अज़मत को बहाल क्या जासके और ये एक एसा मौक़ा तसव्वुर क्या जारहा जिस की मदद से मुस्लमान सरकारी मुलाज़िमतों में 0.4 फ़ीसद पाए जाने वाले अपने फ़ीसद को 12 फ़ीसद तक पहुंचा सकते हैं।