हैदराबाद । 29 अक्टूबर ( प्रैस नोट) अलहदा रियासत तेलंगाना के आजलाना क़ियाम का मुतालिबा करते हुए मुख़्तलिफ़ तेलंगाना हामी मुस्लिम तंज़ीमों की जानिब से 29 अक्टूबर को इंदिरा पार्क धरना चौक पर मुनाक़िद होने वाले धरने की सिटी पुलिस ने इजाज़त देने से इनकार करदिया ।
डी सी पी सैंटर्ल ज़ोन मिस्टर अकोन सभरवाल ने यक्म नवंबर को हुकूमत की जानिब से उन टी आर स्टेडीयम में मुनाक़िद होने वाली यौम तासीस तक़रीब के पेशे नज़र हिफ़ाज़ती इंतिज़ामात के तहत मुजव्वज़ा धरना प्रोग्राम की दरख़ास्त को रद्द करदिया ।
कन्वीनर धरना-ओ-जनरल सैक्रेटरी तेलंगाना प्रजा फ्रंट मुहम्मद सिंह-ए-अल्लाह ख़ान के बमूजब मज़कूरा डी सी पी ने उन्हें सुंदरिया विग्यान पार्क बाग़ लिंगम पली पर बना इजाज़तनामा के धरना मुनाक़िद करने की पेशकश की जिसे उन्हों ने मुस्तर्द करदिया और 2 नवंबर को इंदिरा पार्क धरना चौक पर धरना मुनाक़िद करने के मुताल्लिक़ एक और दरख़ास्त दुबारा डिप्टी कमिशनर पुलिस सैंटर्ल ज़ोन के दफ़्तर में दाख़िल की है।
उन्हों ने कहा कि पंद्रह दिन क़बल हम ने मुताल्लिक़ा डी सी पी दफ़्तर में धरने के मुताल्लिक़ दरख़ास्त दाख़िल की थे मगर ऐन वक़्त पर डी सी पी ने हमारी दरख़ास्त को रद्द करदिया, और तेलंगाना की अवाम पर ढाए जाने वाले मज़ालिम के आग़ाज़ के यौमे तासीस के पेशे नज़र हमारी आवाज़ को दबाने की कोशिश की है।
उन्हों ने इस मौक़ा पर पुलिस के मुख़ालिफ़ तेलंगाना रवैय्या पर ब्रहमी का इज़हार करते हुए कहा कि पुलिस ज़्यादतियों और हुकूमत की साज़िशों से तेलंगाना हामी मुस्लमान डरने और घबराने वाले नहीं हैं, मुनज़्ज़म तरीक़े से पुलिस का इजाज़तनामा हासिल करके 2 नवंबर को दुबारा इसी मुक़ाम पर धरना मुनज़्ज़म करेंगे ।
शहबाज़ अली ख़ान अमजद ने भी पुलिस की जानिब से धरने की दरख़ास्त को रद्द करने की शदीद मुज़म्मत की और कहा कि पुलिस ने आनधराई सरमाया दारों की तर्जुमानी करते हुए मुस्लिम धरना की दरख़ास्त को रदकया है।उन्हों ने डिप्टी कमिशनर पुलिस अकोन सभरवाल को आनधराई सरमाया दारों का आला कार क़रार दिया और कहा कि सिरी कृष्णा कमेटी के पोशीदा चिया पटर पर पुलिस अमल पैरा है और तेलंगाना के मुस्लमानों को तेलंगाना तहरीक से दूर रखने की कोशिश में मसरूफ़ है ।
उन्हों ने कहा कि पुलिस की हर साज़िश को हम नाकाम बनाकर मुजव्वज़ा धरना 2 नवंबर को इंदिरा पार्क धरना चौक पर मुनाक़िद करेंगे। इफ़्तिख़ार ऐडवोकेट वली अलरहमन ऐडवोकेट सय्यद फ़रीद और दीगर भी इस मौक़ा पर मौजूद थे।