चीफ़ मिनिस्टर आंध्र प्रदेश चंद्रबाबू नायडू को नोटिस देने तेलंगाना हुकूमत और ए सी बी को मजाज़ नहीं। इन ख़्यालात का इज़हार आंध्र प्रदेश के वज़ीर उच्चम नायडू ने किया।
आंध्र प्रदेश काबीना का 6 घंटों तक मीटिंग मुनाक़िद हुवी, जिस के बाद प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए उच्चम नायडू ने कहा कि उन्होंने कल चीफ़ मिनिस्टर आंध्र प्रदेश एन चंद्रबाबू का टेलीफ़ोन टेप ना करने का तहरीरी तौर पर इक़रार का मुतालिबा करते हुए 24 घंटे की मोहलत दी थी, ताहम चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना, रियासती वज़ीर-ए-दाख़िला या पुलिस ओहदा दारों ने इस पर कोई रद्द-ए-अमल ज़ाहिर नहीं किया, जिस से ज़ाहिर होगया कि मुशतर्का दारुल हुकूमत हैदराबाद में तेलंगाना हुकूमत ने चंद्रबाबू नायडू का टेलीफ़ोन टेप किया है, जिस का सबूत हमारे पास मौजूद है।
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख़्तलिफ़ पुलिस स्टेशनों में चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के ख़िलाफ़ 88 मुक़द्दमात दर्ज किए गए हैं और इन तमाम मुक़द्दमात को सी आई डी के हवाले किया गया और इस के लिए एस आई टी तशकील दी गई है।
उन्होंने कहा कि तहक़ीक़ाती एजेंसी चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना और दुसरें के ख़िलाफ़ नोटिस जारी करने के इलावा क़ानूनी कार्रवाई करेगी। उन्होंने मीडीया में शाय ख़बरों को ग़लत क़रार देते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश हुकूमत ने हैदराबाद से अपने पुलिस अमला को दस्तबरदार नहीं किया, बल्कि हैदराबाद में आंध्र प्रदेश पुलिस के 45 बटालियन ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं, जिन की तनख़्वाहें हुकूमत आंध्र प्रदेश अदा कर रही है और ज़रूरत पड़ने पर हम हैदराबाद के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पुलिस स्टेशनस भी क़ायम करेंगे।
उन्होंने कहा कि क़ानून ने हमारे लिए गुंजाइश फ़राहम की है, जिस से हम पूरी तरह इस्तेफदा करेंगे। उन्होंने कहा कि तहरीरी इक़रार के चैलेंज के बाद तेलंगाना हुकूमत में अफरा तफरी पैदा हो गई है, लिहाज़ा तहक़ीक़ाती एजेंसीयों को सबूत वग़ैरा पोशीदा रखने की हिदायत दी गई है।