तेलगु देशम कारकुन(सदस्य) के क़तल पर चंद्र बाबू नायडू का शदीद रद्द-ए-अमल(अत्यन्त तीखी प्रक्रिया)

कांग्रेस अवाम का सामना करने के मौक़िफ़ हलत में नहीं है इसी लिये क़तल की सियासत पर उतर आई है । सदर तेलगु देशम मिस्टर एन‌ चंद्र बाबू नायडू ने ज़िला वरनगल में तेलगु देशम कारकुन(सदस्य) के क़तल पर शदीद रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि राष्ट्र् हुकूमत अमन की बरक़रारी पर तवज्जु(ध्यान) देने के बजाय क़तल की सियासत करने में मसरूफ़ होचुकी है । उन्हों ने बताया कि कांग्रेस ने जब भी इक़तिदार(हुकूमत) हासिल किया । रियासत(राष्ट्) में गिरोह वारीयत को फ़रोग़ हासिल हुआ और रियासत में क़तल‍ओ‍ कारतगरी(जुर्म) में इज़ाफ़ा(बरोत्री/उन्नति) हुआ है ।

तेलगु देशम कारकुन(सदस्य) रमना की आख़िरी रसूमात में शिरकत करने वाले तेलगु देशम क़ाइदीन(सदस्य) मिस्टर ई दिवाकर राव‌ और मिस्टर कडेम सिरी हरी ने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों(सदस्यो) से बात चीत करते हुए साबिक़ वज़ीर रेडिया नाविक पर तेलगु देशम कारकुन(सदस्य) के क़तल का इल्ज़ाम आइद करते( इल्ज़ाम लगाते) हुए मुतालिबा किया(बताया) कि रियासत(राष्ट्र्) में क़तल‍ जेसे जुर्म‌ को फ़रोग़(छूट) देने में कांग्रेस का अहम किरदार है ।।