हैदराबाद: आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी तेलुगु देशम के सदस्य राज्यसभा सीएम रमेश के दफ़तर पर आई टी के अफ़िसरों ने छापे मारे। उनके जिले कड़पा के एरिगंटला मंडल के पोटलादुरिती में स्थित उनके मकान समेत हैदराबाद में स्थित मकान ,उनकी कंपनी के दफ़तर पर आई टी के 30 अफ़िसरों ने छापे मारे। आज सुबह तक़रीबन आठ बजे पोटलादुरिती में स्थित उनके मकान आई टी के 15 अफ़्सर पहुंचे। इस वक़्त मिस्टर रमेश के भाई सी ऐम सुरेश ही मकान में मौजूद थे। अफ़िसरों ने उनको मकान के बाहर करके दरवाज़े लगा दिए।
आई टी के अफ़िसरों ने सभी कमरों की तलाशी ली। बताया जाता है कि कुछ दस्तावेज़ात की भी अफ़िसरों ने जांच की। साथ ही हैदराबाद के इलाके जुबली हिलज़ में सी ऐम रमेश के मकान समेत उनके केंद्र रतवीक प्रोजेक्ट्स प्राईवेट लिमिटेड के दफ़्तर की भी तलाशी ली गई।इसी दौरान मिस्टर रमेश ने इन छापों पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि उनकी पार्टी तेलुगु देशम ने राज्य से केंद्र के अन्याय ने आवाज़ उठाई थी जिस पर उनको निशाना बनाते हुए ये कार्रवाई की गई।वो फ़िलहाल दिल्ली में हैं।
उन्होंने इस सिलसिले में मीडिया से बात करते हुए उनके छापे की निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके आईटी छापे में केंद्र सरकार का हाथ है। उन्होंने कहा कि आईटी के छापे द्वारा केंद्र सरकार उन्हें परेशान करने की कोशिश कर रही है और एपी में आने वाली लागत को रोकने के लिए यह प्रयास केंद्र सरकार की ओर से की जा रही हैं लेकिन किसी भी साजिश के बावजूद एपी हितों पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।